Income tax trasaction rules : आज के समय में रुपयों के भुगतान व लेनदेन के कई तरीके चलन में हैं। आयकर विभाग हर किसी की ओर से किए जाने वाले हर तरह के लेनदेन यानी हर ट्रांजेक्शन (cash transaction limit) पर नजर रखता है। कोई भी व्यक्ति गुस्ताखी करते हुए नियमों का उल्लंघन करता है तो विभाग तुरंत कार्रवाई करते हुए नोटिस (IT notice rules) भी भेज देता है। आइये जानते हैं क्या कहते हैं ट्रांजेक्शन को लेकर विभाग के नियम-
अब डिजिटल पेमेंट के चलते लोग कई माध्यमों से पैसों का लेनदेन करते हैं। इनमें नेट बैंकिंग, चेक, यूपीआई सहित कैश में लेनदेन भी शामिल है। रुपयों की ट्रांजेक्शन (cash transaction rules) के हर तरीके पर आयकर विभाग की नजर होती है।
आयकर विभाग के अनुसार कहीं भी किसी की ओर से ट्रांजेक्शन के दौरान नियमों का उल्लंघन किया जाता है तो फटाक से विभाग नोटिस (income tax department notice) भेजकर जवाब तलब कर लेता है। इस नोटिस में कई तरह के सवाल विभाग संबंधित व्यक्ति से कर सकता है।
1. FD में निवेश करने वाले रखें यह ध्यान-
एफडी आजकल निवेश (FD investment) का अच्छा विकल्प माना जाता है, लेकिन बहुत से लोग इसमें रुपये जमा कराने के नियमों व तौर तरीकों से पूरी तरह वाकिफ नहीं हैं। कोई भी व्यक्ति 10 लाख रुपये या इससे अधिक रकम एफडी में कैश में जमा कराता है तो आयकर विभाग पैसों का स्रोस पूछते हुए नोटिस (IT notice kab aata h) भेजते देर नहीं लगाएगा। इसलिए आपको एफडी में कैश जमा कराने की लिमिट का पता होना बहुत जरूरी है।
2. बैंक खाते से ट्रांजेक्शन कितनी करें –
एक वित्तीय वर्ष में बैंक खाते (bank account) से 10 लाख या अधिक रुपये निकलवाते हैं या जमा (cash deposit rules) कराते हैं तो विभाग का नोटिस मिलना तय है। यह नियम एक या अनेक बैंक खातों में जमा कराई गई 10 लाख या इससे अधिक की राशि को लेकर भी लागू है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) व आयकर विभाग की ओर से यह प्रावधान किया गया है।
3. प्रॉपर्टी की खरीद करते समय रहें अलर्ट-
प्रॉपर्टी खरीदने के सौदे में काफी रुपयों का लेनदेन किया जाता है। आप 30 लाख रुपये की राशि या उससे ज्यादा रुपये कैश में प्रोपर्टी (property buying rules) लेते समय किसी को देते हैं या प्रोपर्टी बेचते समय लेते हैं तो विभाग के नोटिस का जवाब देने के लिए तैयार रहें। बता दें कि प्रॉपर्टी रजिस्ट्रार इस लेनदेन की सूचना आयकर विभाग (income tax department) को भेजता है। नोटिस में आपसे इन पैसों का स्रोस पूछा जा सकता है।
4. क्रेडिट कार्ड बिल कैसे पे करें-
अगर आपने क्रेडिट कार्ड लिया है तो इसके बिल (credit card bill) का भुगतान ऑनलाइन करना ही सही रहेगा। अगर 1 लाख रुपये या इससे ज्यादा का बिल कैश में पे करते हैं तो इनकम टैक्स विभाग हर हाल में नोटिस (income tax notice) भेज सकता है।
5. शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए नियम-
आजकल अनेक लोग शेयर बाजार में भी निवेश (investment tips) करने लगे हैं। अगर कोई म्यूचुअल फंड (mutual fund) या कोई बॉन्ड खरीदने में 10 लाख या इससे अधिक रुपये कैश लेते या देते हैं तो आयकर विभाग का नोटिस (IT notice rules) मिलना तय है।
6. एक वित्त वर्ष में ट्रांजेक्शन की लिमिट-
पिछले कुछ सालों से सरकार ने डिजिटल लेनदेन (cash transaction rules) को बढ़ावा दिया है ताकि कर चोरी पर लगाम लगाई जा सके। कोई व्यक्ति एक वित्त वर्ष में 10 लाख रुपये से अधिक का लेनदेन किसी भी तरीके से करता है तो उसके लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। ऐसे में नोटिस भेजकर आयकर विभाग (income tax department) पैसे का स्रोर्स पूछ सकता है। इनकम टैक्स के नोटिस से बचना है तो हर किसी को कैश में लेनदेन करते समय एक दिन की कैश में लेनदेन की लिमिट (cash transaction limit) को जरूर ध्यान रखना चाहिए।
ऐसे दें नोटिस का जवाब –
जब आयकर विभाग की ओर से नोटिस (IT notice rules) मिलता है तो सबसे पहले तो यह ध्यान रखें कि हर नोटिस के जवाब के लिए एक तय समय सीमा होती है। इस तय की गई टाइमलिमिट में ही नोटिस (how to reply income tax notice) का जवाब दें। जवाब देने से पहले नोटिस को अच्छी तरह से पढ़ें और समझें कि इसमें पूछा क्या गया है। उसके बाद सवाल के अनुसार ही तय समय में जवाब दें। आप चाहें तो विशेषज्ञ की राय भी ले सकते हैं।