साउथ अफ्रीका में भारतीय यंग ब्रिगेड ने गदर मचाते हुए चार मैचों की सीरीज को 3-1 से अपने नाम कर लिया। जोहान्सबर्ग के मैदान पर खेले गए निर्णायक चौथे मैच में टीम इंडिया ने 135 रनों की बड़ी जीत दर्ज की। इस मुकाबले में संजू सैमसन और तिलक वर्मा ने अद्भुत प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया।
संजू सैमसन और तिलक वर्मा की जबरदस्त पार्टनरशिप
संजू सैमसन ने अपनी शानदार बल्लेबाजी से फैंस को झूमने का मौका दिया। इस कैलेंडर ईयर में उन्होंने तीन टी-20 शतक ठोककर एक अनोखा रिकॉर्ड बनाया और दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए, जिन्होंने यह कारनामा किया। उनके साथ तिलक वर्मा ने भी कमाल कर दिया। Tilak Varma ने लगातार दूसरे मैच में शतक लगाते हुए अपनी छाप छोड़ी। तीसरे मैच में 107 रनों की पारी खेलने वाले तिलक वर्मा ने चौथे मुकाबले में 41 गेंदों में शतक पूरा किया और 120 रनों की नाबाद पारी खेली।
तिलक वर्मा की दमदार बैटिंग
तिलक वर्मा इस शानदार प्रदर्शन के साथ दुनिया के पांचवें और भारत के दूसरे ऐसे खिलाड़ी बन गए, जिन्होंने लगातार दो टी-20 इंटरनेशनल मैचों में शतक बनाया। उनके इस प्रदर्शन ने उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब दिलाया। अवार्ड सेरेमनी में Tilak Varma ने कहा कि वह अपनी फॉर्म को बनाए रखने और बेसिक्स पर टिके रहने का प्रयास कर रहे थे। उन्होंने इस सफलता का श्रेय भगवान और अपने कप्तान सूर्यकुमार यादव को दिया।
पिछले कुछ महीनों में Tilak Varma का सफर उतार-चढ़ाव भरा रहा। आईपीएल 2023 में शानदार प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम इंडिया में मौका मिला, लेकिन फॉर्म गिरने के कारण वह टीम से बाहर हो गए। इसके बावजूद उन्होंने अपने प्रोसेस पर भरोसा रखा और साउथ अफ्रीका में मिले मौके का बेहतरीन उपयोग करते हुए अपनी काबिलियत साबित की।
सूर्यकुमार यादव की Strategy और performance
संजू सैमसन और तिलक वर्मा की 210 रनों की नाबाद साझेदारी ने चौथे मैच को खास बना दिया। संजू ने 56 गेंदों पर 109 रन बनाए, जिसमें छह चौके और नौ छक्के शामिल थे। कप्तान सूर्यकुमार यादव की रणनीति और गेंदबाजों के प्रदर्शन ने इस जीत को और भी शानदार बना दिया।
यह सीरीज भारतीय टीम के लिए कई मायनों में खास रही। अब टीम इंडिया अगले वाइट बॉल फॉर्मेट में फरवरी में चैंपियंस ट्रॉफी में नजर आएगी। इससे पहले शेद मुश्ताक अली ट्रॉफी और आईपीएल ऑक्शन जैसे रोमांचक इवेंट्स का इंतजार है।