Indian Railway News: भारत में रेलवे यात्रा का अपना एक अलग महत्व है. यहां की रेलवे लाइनें गांव-गांव, शहर-शहर को जोड़ती हैं और भारत की अर्थव्यवस्था से लेकर सामाजिक जीवन तक पर गहरा असर डालती हैं. आज हम आपको इस आर्टिकल में भारत का सबसे बड़ा रेल्वे स्टेशन जो दुनिया में चौथे स्थान पर है.
वैश्विक स्तर पर भारतीय रेल की स्थिति
भारत का रेल नेटवर्क 70,225 किलोमीटर लंबा है जो इसे विश्व में अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथे स्थान पर लाता है. इस विशाल नेटवर्क का प्रबंधन भारतीय रेलवे करता है जो भारत सरकार के अधीन एक विभाग है.
रेलवे ट्रैक की लंबाई और उसका प्रबंधन
भारत में कुल रेलवे ट्रैक की लंबाई 1 लाख 26 हजार किलोमीटर से अधिक है. इस लंबी लाइन पर हर दिन लगभग 23 हजार ट्रेनें चलती हैं, जिसमें पैसेंजर ट्रेनों के अलावा मालगाड़ियां भी शामिल हैं. यह विशाल नेटवर्क पूरे देश के कोने-कोने को जोड़ता है और यह भारत के सामरिक और आर्थिक ढांचे की रीढ़ है.
रोजाना यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या
भारतीय रेलवे पर प्रतिदिन करीब 2.5 करोड़ लोग सफर करते हैं. यह संख्या दर्शाती है कि भारतीय रेलवे कितनी बड़ी आबादी की यात्रा की जरूरतों को पूरा करता है. यह नेटवर्क न केवल यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुँचाता है, बल्कि उनके जीवन में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
देश भर में फैले रेलवे स्टेशनों की संख्या
रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रेलवे के लिए देश भर में 7,300 से ज्यादा रेलवे स्टेशन हैं. ये स्टेशन विभिन्न प्रकार की सुविधाओं से लैस हैं और यात्रियों को आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा की पेशकश करते हैं. इन स्टेशनों पर आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ यात्रियों के लिए खान-पान की भी व्यवस्था होती है.
भारतीय रेलवे का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
भारत में पहली यात्री ट्रेन 1853 में चली थी, जिसे लॉर्ड डलहौजी की पहल पर शुरू किया गया था. यह ट्रेन मुंबई से ठाणे के बीच चलाई गई थी और इसने भारत में रेलवे यात्रा की शुरुआत की थी. इसके बाद से भारतीय रेलवे ने लंबा सफर तय किया है और आज यह दुनिया के प्रमुख रेल नेटवर्क में से एक है.