कुमार कार्तिकेय का मुंबई आईपीएल में फिर हुए सलेक्शन,9 साल तक नहीं आए थे घर

उत्तर प्रदेश के कुमार कार्तिकेय का आईपीएल में फिर से स्पिन का जादू देखने को मिलने वाला है।आईपीएल 2023 के लिए खिलाड़ियों की रिटेशन जारी हुई है।इसमें मुंबई इंडियन ने कुमार कार्तिकेय को टीम का हिस्सा बनाया है। पिछले आईपीएल में उनको खरीदा नहीं गया था। बिच आईपीएल में अरशद खान के चोटिल होने से उनको टीम में जगह मिली। कुमार कार्तिकेय लेफ्ट आर्म्स स्पिन गेंदबाज है।
जैसे ही टीम में जगह मिली उन्होंने पहले ही मैच में किफायती गेंदबाजी की और अपनी टीम को पहली जित दिलाई थी।आईपीएल के 4 मैच में 5 विकेट लिए थे। 2022 के आईपीएल में कुमार कार्तिकेय सिंह का नाम चर्चा का विषय बन गया है। उनके पिता श्याम नाथ सिंह यूपी पुलिस में हेंड कॉन्स्टेबल है वह अभी झांसी में पोस्टेड है। दोनों बार कार्तिकेय को बेस प्राइस पर खरीदा गया।यानी इस बार भी उनको 20 लाख रूपये मिले।
कुमार कार्तिकेय ने रिपोर्टर से बात करे हुए जानकारी दी की आईपीएल के बाद काफी निखारा आया। कॉन्फिडेंस लेवल बढ़ गया है।अब अगले आईपीएल में और जबरदस्त पर्दशन करुगा। मेरा सपना है की टीम इंडिया के लिए खेलु। उन्होंने मुंबई इंडियंस की और से राजस्थान रॉयल क खिलाफ डेब्यू किया। सिर्फ 19 रन देकर 4 ओवर की गेंदबाजी में संजू सेमसन का कीमती विकेट लिया। कार्तिकेय ने 9 साल तक घर से दूर रहकर छोटी छोटी नोकरिया की और आखिर में अपना सपना पूरा किया।
किर्केटर बनने की उम्मीद में कार्तिकेय 9 साल तक घर नहीं गए थे। माता पिता ने फोन कर बेटे से लोट आने को कहा ,लेकिन कार्तिकेय इरादे के पक्के थे। बाये हाथ के इस स्पिनर ने आईपीएल में डेब्यू करने के बाद बताया ,मेने सोचा नहीं था की जिंदगी में कुछ हासिल करने के बाद ही घर लौटूंगा। '' आईपीएल खत्म होने के बाद कार्तिकेय अपने माता पिता से मिलने घर गए थे।
कार्तिकेय यूपी के सुल्तानपुर में पैदा हुए है।कार्तिकेय घरेलू क्रिकेट मध्य प्रदेश की तरफ से खेलते है ,जबकि उनका छोटा भाई उत्तर प्रदेश की जूनियर टीम का हिस्सा है।कार्तिक के लिए आईपीएल तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा। उन्होंने धीर धीरे मध्य प्रदेश की रणजी टीम में जगह बनायीं। ऑक्शन से पहले मुंबई इंडियंस ने उन्हें ट्रायल्स के लिए बुलाया था ,लेकिन मुख्य स्कॉड में शामिल नहीं किया। अरशद खान के चोटिल होने के बाद उन्हें मुंबई ने मौका दिया। पिछले आईपीएल में अपनी छाप छोड़ने के बाद कुमार कार्तिकेय मध्य प्रदेश की टीम से रणजी खेली। कार्तिकेय की बदौलत मध्य प्रदेश पहली बार रणजी चैम्पियन बनी।
कार्तिकेय की माँ सुनीता और छोटा भाई कुमार विनायक सिंह कानपूर में रहते है। २०१४ में वह दिल्ली चले गए। तब उसकी उम्र 16 साल थी। एकेडमी कीच ने ट्रायल लेने के बाद दाखिला दिया। तब पैसे नहीं थे। 10 रूपये बचाने के लिए वह पैदल चलता था।कार्तिकेय ने दिल्ली से आभार कमरा लिया। पार्ट टाइम जॉब की। दिन में प्रेक्टिस करते थे रात में जॉब। बस में यात्रा के समय वह सो लेते थे।
कुमार कार्तिकेय के पिता का कहना है की 'मुंबई इंडियंस मेरी सबसे फेवरेट टीम है। मुंबई ने दोबारा बेटे को लिया। मुझे बहुत ख़ुशी है। मै चाहता हु की वो हमेशा मुंबई के लिए आईपीएल खेले। आईपीएल खेलने के बाद बेटे की गेंदबाजी मे काफी निखार आया है। बल्लेबाजी तू उनका टारगेट करने की कोशिश नहीं करते है। बीएस बचने की कोशिश करते है। आईपीएल खेल रहे हो ,मै चाहतु हु की वो इंडिया टीम मै पहुंचे ।