राजस्थान का झुंझुनू जिला अपनी विशेष संस्कृति और धरोहर के लिए प्रसिद्ध है
Jhunjhunu Tourist Place: राजस्थान का झुंझुनू जिला अपनी विशेष संस्कृति और धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, जहां भारतीय इतिहास के विभिन्न पन्ने जीवंत हो उठते हैं. यहाँ की प्राचीन वास्तुकला और समृद्ध इतिहास न केवल भारतीय पर्यटकों को आकर्षित करते हैं बल्कि विदेशी पर्यटक भी इसकी ओर खींचे चले आते हैं.
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मेर्टानी बाउरी
मेर्टानी बाउरी, जो कि झुंझुनू में स्थित है एक प्राचीन निर्माण है जिसे महिलाओं के लिए नहाने और कपड़े धोने के उद्देश्य से बनाया गया था. यह जगह न केवल अपनी स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां की ठंडी और मीठी जलराशि भी पर्यटकों को बहुत भाती है.
श्री खेमी सती मंदिर
श्री खेमी सती मंदिर भारत के प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थलों में से एक है. यह मंदिर भगवान राम और सीता माता को समर्पित है और यहां हर वर्ष हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. इस मंदिर की वास्तुकला और शांत परिवेश भक्तों को गहरी आध्यात्मिक शांति प्रदान करते हैं.
आठ हवेलियां
झुंझुनू में आठ हवेलियां हैं, जो कि किले की तरह दिखती हैं और इनमें राजस्थानी वास्तुकला की बारीकियां देखी जा सकती हैं. ये हवेलियां न केवल स्थापत्य कला के अद्भुत नमूने हैं, बल्कि ये शांति और सुकून के क्षण बिताने के लिए भी आदर्श स्थल हैं.
बादलगढ़ किला
बादलगढ़ किला झुंझुनू के पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और यहां से शहर का मनोरम दृश्य देखा जा सकता है. यह किला इतिहास प्रेमियों के लिए एक आकर्षक स्थल है और सप्ताहांत में यहां आने वाले पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है.
डुंडलोद किला
डुंडलोद किला अब एक हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है, जहां पर्यटक राजसी ठाठ-बाट का अनुभव कर सकते हैं. यह किला अपनी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व के कारण पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है.
श्री राणी सती मंदिर
श्री राणी सती मंदिर, जो कि 400 वर्ष प्राचीन है, भारत के सबसे बड़े मंदिरों में से एक है. इस मंदिर की स्थिति पहाड़ी पर है, जहां से सूर्यास्त का दृश्य अत्यंत मनोरम होता है.