Jio Payments Bank ने हाईवे टोलिंग में किया क्रांतिकारी बदलाव, अब गाड़ी रोकना नहीं होगा
भारत में टोल प्लाजा पर वाहन रुकना और लंबी कतारों में फंसना आम समस्या रही है। यात्रियों के समय और ईंधन की बर्बादी के साथ ही सड़क पर जाम की समस्या भी बढ़ती रही है। इस चुनौती को हल करने के लिए Jio Payments Bank ने हाईवे टोल वसूली में एक नया और आधुनिक कदम उठाया है। बैंक ने गुरुग्राम-जयपुर हाईवे पर शाहजहांपुर और मनोहरपुरा टोल प्लाजा पर Multi-Lane Free Flow (MLFF) तकनीक लागू करने का ठेका हासिल किया है।
MLFF टोलिंग सिस्टम क्या है?
MLFF तकनीक यानी मल्टी-लेन फ्री फ्लो टोलिंग, पारंपरिक टोल कलेक्शन से बिल्कुल अलग है। इसमें वाहन को टोल के लिए रुकने की जरूरत नहीं पड़ती। यह सिस्टम कई अत्याधुनिक तकनीकों का संयोजन है:
- RFID (Radio-Frequency Identification): वाहन में लगे टैग के जरिए टोल स्वतः कट जाता है।
- ANPR (Automatic Number Plate Recognition): कैमरे वाहन की नंबर प्लेट पहचानते हैं और टोल राशि डेबिट कर देते हैं।
- Dedicated Short Range Communication (DSRC): वाहन और टोलिंग सिस्टम के बीच सुरक्षित डेटा आदान-प्रदान।
- सैटेलाइट नेविगेशन: हाईवे पर वाहन की स्थिति ट्रैक करना और टोलिंग सुनिश्चित करना।
इस तकनीक के लागू होने के बाद वाहन चालक को न तो गाड़ी धीमी करनी होगी और न ही टोल पर रुककर इंतजार करना पड़ेगा।
यात्रियों को क्या लाभ होंगे?
- सफ़र में आसानी और समय की बचत: टोल पर इंतजार खत्म होने से यात्रा तेज़ और सुविधाजनक होगी।
- ईंधन की बचत: बार-बार गाड़ी रोकने और चलाने की जरूरत नहीं होगी, जिससे पेट्रोल और डीज़ल की बचत होगी।
- जाम और कतार की समस्या समाप्त: टोल पर लंबी कतारें और जाम अब इतिहास बन जाएंगे।
- सड़क प्रबंधन और पारदर्शिता: सरकार के लिए रेवेन्यू और टोल कलेक्शन में पारदर्शिता आएगी, जिससे सड़क प्रबंधन बेहतर होगा।
देशभर में विस्तार
Jio Payments Bank पहले से ही देश के 11 टोल प्लाजा पर FASTag आधारित वसूली की सुविधा प्रदान कर रहा है। जुलाई 2025 से बैंक ने इस नई MLFF प्रणाली को लागू करना शुरू किया था। आने वाले वित्तीय वर्ष में लगभग 25 टोल प्लाजा पर यह सिस्टम लागू होने की संभावना है। इससे देशभर में हाईवे यात्रा तेज़ और डिजिटल बन जाएगी।
बैंक की प्रतिक्रिया
Jio Payments Bank के CEO विनोद ईश्वरन ने कहा,
“हमारे लिए MLFF टोलिंग सिस्टम को लागू करना डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम था। आने वाले समय में हम और भी हाई-स्पीड और स्मार्ट फाइनेंशियल सर्विसेज प्रदान करेंगे। इससे ना केवल यात्रियों को सुविधा होगी, बल्कि देश की टोलिंग प्रणाली और भी पारदर्शी और आधुनिक बनेगी।”
क्यों है यह बदलाव महत्वपूर्ण?
भारत में सड़क परिवहन लगातार बढ़ रहा है और हाईवे पर वाहन संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। पारंपरिक टोलिंग सिस्टम में वाहन रोकने की जरूरत के कारण जाम, समय की बर्बादी और ईंधन की लागत बढ़ती थी। MLFF सिस्टम इन सभी समस्याओं का समाधान करता है।
- विकसित देशों की तुलना: यूरोप और अमेरिका में MLFF जैसी तकनीकें पहले से लागू हैं। Jio Payments Bank के इस कदम से भारत भी इन देशों के नक्शेकदम पर आगे बढ़ रहा है।
- डिजिटल इंडिया पहल को बल: यह तकनीक डिजिटल इंडिया की दिशा में एक बड़ा कदम है। नकद और मानव-सहायता पर निर्भरता कम होगी और टोलिंग प्रक्रिया पूरी तरह से ऑटोमेटिक हो जाएगी।
- भविष्य में हाईवे यात्रा का अनुभव: आने वाले समय में यात्रियों को हाईवे पर तेज़, सुरक्षित और बिना रुकावट यात्रा का अनुभव मिलेगा।
निष्कर्ष
Jio Payments Bank द्वारा लागू की गई MLFF तकनीक न केवल टोल कलेक्शन को आसान और तेज़ बनाएगी, बल्कि यात्रियों और सरकार दोनों के लिए फायदे लेकर आएगी। टोल पर रुकने और लंबी कतारों में फंसे रहने की समस्या अब समाप्त होने वाली है। यह बदलाव डिजिटल भुगतान और स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भारत की हाईवे यात्रा को पूरी तरह से बदलने की क्षमता रखता है।
