गर्मी का मौसम शुरू हो गया है।इस मौसम में किसान उन्ही फसलों की खेती करते है ,जिनकी मौसम के अनुसार बाजार में मांग ज्यादा है। उन्ही मौसमी सब्जियों में से एक बैगन है।बैगन की खेती के लिए खरीफ और रबी दोनों सीजन अच्छे होते है।बैगन की खेती के लिए शुष्क व जलवायु दोनों इसके लिए अच्छी मनाई जाती है।इसकी खेती से कम लागत में किसान अच्छा मुनाफा कामा सकते है।
बैगन की खेती खरीफ और रबी दोनों ही सीजन में तैयार हो जाती है।गर्मियों में बैगन की खेती करने वाले किसानो को यह ध्यान रखना चाहिए की खेत की मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 तक ही हो।इसके साथ ही बैगन की नरसरी में बीज बुवाई के समय पर्याप्त मात्रा में ऑर्गेनिक खाद का इतेमाल करे।खेत में जल निकासी की सुविधा के साथ बलुई दोमट मिट्टी इस खेती के लिए बेहद उपयोगी होती है।
रोपाई से पहले करे यह काम
किसान पौधे की रोपाई से पहले प्रति हेक्टेयर की दर से 60 किलोग्राम फॉस्फोरस व पोटाश,75 कीलॉगरम नाइट्रोजन खेत में डाले।इसके बाद जब पौधे पर फूल आने लगे टन दोबारा 75 किलोग्राम नाइट्रोजन डाल दे।इससे पौधे को भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मिल जाएगे और पौधा स्वस्थ रहने में पैदावार में भी वृद्धि होगी।एक हेक्टेयर की फसल के लिए 250 से 300 ग्राम बीज की जरूरत पड़ती है।
कीटो से ऐसे करे बचाव
गर्मी के मौसम में बैगन की फसल में तनाछेदक किट की सुंडी पोधो में लग जाती है जो मुख्य तने तक पहुंचकर पौधे को सूखा देती है।इससे बचाव के लिए किसान रेचन फसल न ले,क्युकी इसमें किट लगने का खतरा ज्यादा रहता है।किसान इससे बचाव के लिए पांच फेरोमोन ट्रेप लगाए।साथ ही फूल आने से पहले पोधो पर 1 मिलीलीटर डेल्टामैथिन का छिड़काव कर दे।इससे पौधे में रोग नहीं लगेगा।