Kisan News : पिछले दो-तीन दिन से लगातार मौसम में बदलाव से सर्दियों के मौसम में आलू की फसल (Aalu Ki Fasal) में कोहरा और गिरते तापमान से कई तरह के किट लगा सकते हैं जिससे फसल नुकसान हो सकता है। ऐसे में किसानों को इस समय के दौरान आलू की फसल में इन समस्याओं को दूर अगर नहीं कर पाते हैं तो फसल की उत्पादन में गिरावट हो सकता है।
Disease in Potato Crop: किसानों को अपनी फसल को सुरक्षित रखने के लिए सावधानीपूर्वक देखभाल करना होगा। इसके बारे में छतरपुर के रहने वाले किसान गया पाल के द्वारा आलू की फसल में लगने वाले रोग और उसके बचाव में अपनी महत्वपूर्ण जानकारी को शेयर किया है।
सर्दी के मौसम में आलू फसल (Disease in Potato Crop) में लगने वाले रोग
आलू फसल में झंझा रोग (लाही कीट)
Disease in Potato Crop : बता दे की आलू की फसल की पत्तियां में खाकर यह पूरी तरह से खत्म कर देता है या उसमें छेद कर देता है। बता दें इस झंझा रोग को लाही कीट भी कहा जाता है। यह सरसों फसल के अलावा अन्य फसल में लगने पर पत्तियों को खाता है।
आलू फसल में माहु रोग
यह दिखने में झंझा कीट से छोटा कीट होता है जो कि
आलू के साथ मसूर व अन्य तरह की फसल में भी लग जाता है। इसके फसल में लगने से पौधे कमजोर हो जाते हैं और इसके लगने से पौधे कमजोर हो जाते हैं और उनका सही से बढ़ोतरी नहीं हो पाता।
आलू की फसल में पाला लगना
इस समय कड़कदार ठंड के वजह से आलू के पौधों में पहले का असर भी दिखाई दे सकता है। जिससे पौधे झुलस कर सूखने लगते हैं। पौधों के सूखने से आलू का सही से विकास नहीं हो पता अप फसल के उत्पादन में काफी नुकसान होता है।
आलू फसल पैदावार में गिरावट
पाले का असर: Aalu Ki Fasal में सर्दी के मौसम में पहले के चलते पौधे कमजोर होने के साथ-साथ आलू के आकार भी छोटा रह जाते हैं।
पौधों के बीच का अंतर: आलू के फसल में पौधों के बीच की दूरी को भी पर्याप्त जगह न होने से आलू के फैलाव में दिक्कत रहता है। जिसे उत्पादन कमजोर हो सकता है।
कीट व रोग की रोकथाम
कीटनाशक से नियंत्रित करना
किसानों को आलू की फसल में होने वाले माहू कीट व झंझा की रोकथाम के लिए कृषि विशेषज्ञ या अपने नजदीकी कृषि विभाग के डॉक्टर से राय लेकर उचित कीटनाशक का छिड़काव कर इन कीटों को नियंत्रित करने में सहायता मिलेगी।
फसल को पाला से सुरक्षित करना
मौसम में ठंड बढ़ने के चलते पहले से हुए प्रभावित पौधों को गर्म पानी का छिड़काव कर सकते हैं। जिसके चलते जो पौधे सूख गए हैं। वह फिर से हरे हो सकता है।
आलू के फसल में पौधों के दूरी बनाए
किसानों को आलू की जब भूमि में बुवाई करें इस समय बीच पर्याप्त मात्रा पर दूरी रखना चाहिए ताकि जमीन में आलू के फैलने में आसानी और सही पर्याप्त जगह मिल पाए।
फसल में पूरी सावधानी बरते
किसानों को अपने आलू की फसल में समय-समय पर रोग बचाव में नियमित रूप से देखभाल करते रहना किसी भी समस्या के प्रारंभिक संकेत मिलते ही उन्हें तुरंत समाधान करना चाहिए। इसके अलावा किसानों को मौसम की जानकारी रखना व फसल का प्रबंधन पर पूरा ध्यान रखें।