Kisan News : किसानों को होगा फायदा। नुकसान की भरपाई करेगी सरकार। दिसंबर में हुई ओलावृष्टि से फसल नुकसान का मुआवजा देगी सरकार। जानिये आपदा प्रबंधन मंत्री ने क्या कहा-
दिसंबर में हुई ओलावृष्टि से फसल बर्बाद
किसान बड़ी मेहनत से फसल खड़ी करते है। फसल की सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम करते है। लेकिन मौसम की मार के आगे सारा इंतजाम धरा रह जाता है। बता दे कि दिसंबर 2024 में कई राज्यों में बारिश और ओलावृष्टि हुई है। जिससे किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। बारिश बस होती तो किसानों को इतना नुकसान नहीं होता। हल्की सिंचाई से किसानों को फायदा होता। लेकिन ओलावृष्टि फसल खराब हुई है।
जिसमें हरियाणा में कई किसानों खराब हुई है और वह सरकार से मुआवजा की मांग कर रहे थे। इस तरह अब उन्हें अच्छी खबर मिल गई है। जिसमें राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल द्वारा कड़े निर्देश दिए गए है। उन्होंने अफसरों को त्वरित रूप से काम करते हुए फसल नुकसान का सर्वे कर किसानों को उचित मुआजवा देने के लिए कहा है। जिससे किसानों को आर्थिक रूप से दिक्क्त ना आये।
आपदा प्रबंधन विभाग
किसानों को फसल बर्बादी का मुवाअजा समय पर मिल जाए इसके लिए मंत्री ने अफसरों को सख्त आदेश दिए है। उन्होंने कहा जल्द से जल्द फसल नुकसान के सर्वे किये जाए। काम में कोई ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी। राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के कामों की समीक्षा की हुई है। जिससे अधिकारी बढ़िया से काम कर रहे है। इसके आलावा उन्हें यह भी कहा गया है कि गिरदावरी प्रक्रिया को तेज करे काम जल्दी पूरा हो।
किस जिले के किसान है परेशान
कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि जमकर हुई है। जिसमें फतेहाबाद जिले के कई किसान बारिश से खुश थे। इस जिले के अंदर ढांगर, बिगर, भिरडाना, बिस्ला, बरसीन माजरा, ढाणी माजरा, झलानिया, जांडली खुर्द, सालमखेड़ा, बड़ोपल, मोहम्मदपुर रोही आदि गाँव आते है। मगर कुछ जगहों में बारिश और ओले गिर गए जिससे फसल ख़राब हो गई। जिसमें हिसार के आदमपुर के अल्वा नारनौंद के आसपास के 15 गांवों में ओले गिरे। जिससे किसान परेशान है।
गेहूं के किसानों को नुकसान
गेंहू खेती करने वाले कई किसानो को नुकसान हुआ है। सर्दी के बीच बर्फ़बारी से किसान परेशान है। किसानों का कहना है कि एक फीट ओले पड़े है। जिससे फसल गल रही है। गेंहू के किसानो की बात करें तो 70% नुकसान हुआ है, जो की बड़ा नुकसान है। गुरुग्राम के पटौदी में ओलावृष्टि से गेहूं की फसल की फसल खराब हुई है।
वहीं सरसों की फसल को 100% नुकसान हुआ है। जिससे किसानों का पूरा पैसा मेहनत पानी में चला गया है। पटौदी के किसानों की गेंहू के साथ सरसो की फसल भी ख़राब हुई है।