गेहूं के पहले सिंचाई के बाद किसानों को दूसरी, तीसरी सिंचाई के बाद कितना खाद डालें
जानें Gehu Dusri Tisri Sichai कृषि वैज्ञानिक के सलाह…
Gehu Dusri Tisri Sichai: देश भर में मध्य प्रदेश के साथ हरियाणा, राजस्थान, पंजाब अन्य राज्यों में गेहूं की खेती सबसे अधिक रवि सीजन में होने वाले फसलों में से एक है। देश में हुए इलाके जहां पर पानी की सुविधा काम है वहां पर किसानों की ओर से अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में गेहूं का बुआई का कार्य आरंभ हो जाता है।
Gehu Dusri Tisri Sichai: वहीं जिन किसानों के पास पानी की सिंचाई के लिए व्यवस्था अच्छा और पर्याप्त है उनके द्वारा दिसंबर महीने तक बुवाई का कार्य किया जाता है। इस तरह किसानों के द्वारा गेहूं की बुवाई करने के बाद गेहूं इस समय 20 से लेकर 60 दिन के करीब हो चुका है।
गेहूं की फसल में सिंचाई करने के साथ-साथ किसानों को सही उर्वरक का इस्तेमाल करना भी आवश्यक हो जाता है। ताकि किसानों की फसल अच्छा हरा भरा रहे और शानदार उत्पादन प्राप्त हो। जिसके चलते किसानों को अच्छी इनकम आर्थिक रूप से लाभ मिलेगा।
गेहूं की फसल के लिए कृषि वैज्ञानिकों की राय
MP Gehu Dusri Tisri Sichai: मध्य प्रदेश राज्य के सागर कृषि विज्ञान केंद्र में वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. केएस यादव की ओर से कहा गया कि किसानों के द्वारा गेहूं की फसल में जैसे ही बुवाई के 20 से 22 दिन का हो जाने पर सिंचाई करना चाहिए।
किसानों के द्वारा अपने खेत में सिंचाई पूरी करने के बाद 30 से लेकर 40 किलोग्राम प्रति एकड़ की मात्रा में यूरिया का छिड़काव फसल में करें। वहीं जिन किसानों के द्वारा अपने गेहूं की फसल बुवाई की 40 दिन पूरी हो चुके हैं या इससे भी अधिक समय हो गया है तो उनको गेहूं की फसल में दूसरा पानी देना चाहिए। और प्रति एकड़ के अनुसार 30 से 40 किलोग्राम प्रति एकड़ यूरिया या फिर नैनो यूरिया का स्प्रे से छिड़काव करें।
गेहूं फसल में नैनो यूरिया का उपयोग
उन्होंने आगे बताया कि जिन किसानों के द्वारा गेहूं बुवाई के बाद गेहूं 60 दिन के करीब हो चुका है। उन किसानों को तीसरी सिंचाई करने के साथ-साथ नैनो यूरिया से प्रति एकड़ 4 एमल प्रति लीटर पानी के साथ मिलाकर 20 लीटर पानी के अनुसार स्प्रे का छिड़काव करें।
जिससे गेहूं की फसल में अच्छा बनाने में सहायता प्राप्त होगा और उत्पादन भी प्राप्त बढ़िया होगा। ऐसे में जिन किसानों ने अच्छी क्वालिटी और वैरायटी के बीज से बुवाई का कार्य पूरा किया है और सही समय पर खाद या पानी देते हैं तो उन्हें 60 से लेकर 75 का क्विंटल प्रति हेक्टेयर के अनुसार गेहूं का पैदावार प्राप्त कर सकते हैं।