Kisan News : इन बेल वर्गीय सब्जियों की खेती किसानों के लिए बेहद मुनाफे वाली साबित होती है क्योकि इनकी डिमाडं बाजार में खूब ज्यादा मात्रा में होती है और कम दिनों में फसल तैयार हो जाती है तो चलिए जानते है कौन सी सब्जियों की खेती है।
जनवरी में किसान कर लें इन 2 सब्जियों की खेती
सर्दियों के मौसम में किसानों के लिए लता वर्गीय सब्जियों की खेती बहुत लाभकारी होती है क्योकि इनकी खेती में लागत, मेहनत और दिन सभी कुछ बेहद कम होते है। इन सब्जियों की खेती से न केवल बंपर पैदावार मिलती है बल्कि इनकी डिमांड होली के समय मार्केट में खूब ज्यादा होती है लोग इन सब्जियों का सेवन करना बहुत पसंद करते है। बेल वर्गीय सब्जियों की खासियत ये होती है की ये बुवाई के 55 से 60 दिन के अंतराल में तैयार हो जाती है जिससे इन सब्जियों से अच्छी कमाई कम ही समय में शुरू हो जाती है तो चलिए जानते है कौन सी सब्जी है।
सेम की खेती
जनवरी के महीने में किसान सेम की खेती कर सकते है इसकी खेती में ज्यादा लागत और मेहनत नहीं लगती है और बहुत कम दिनों में सेम की फसल तैयार हो जाती है। सेम की खेती के लिए ठंडी जलवायु की ज़रूरत होती है सेम की खेती के लिए जल निकासी वाली दोमट और बलुई रेतीली मिट्टी सबसे अच्छी होती है इसकी बुवाई के लिए उन्नत और रोग प्रतिरोधी किस्म के बीजों का चयन करना चाहिए बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 55 से 60 दिनों में तैयार हो जाती है एक एकड़ में इसकी खेती करने से करीब 150 से 370 क्विंटल हरी फलियां मिल सकती है आप इसकी खेती से 2 से 3 लाख रुपए तक की कमाई आसानी से कर सकता है।
करेला की खेती
जनवरी के महीने में किसान करेले की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते है। इसकी फसल बेहद कम दिनों में तैयार हो जाती है। करेले की बुवाई के लिए उन्नत किस्म के बीजों का इस्तेमाल करना चाहिए। करेले की खेती के लिए बलुई दोमट सबसे उपयुक्त होती है इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। करेले की बेलें लंबी होने पर उन्हें रस्सियों से सहारा देकर मचान पर चढ़ा देना चाहिए। बुवाई के बाद इसकी फसल करीब 55 से 60 दिनों में तैयार हो जाती है एक एकड़ में इसकी खेती करने से करीब 1.5 से 2 लाख रूपए की कमाई होती है।