विदेशी सब्जियों की खेती से अधिक कमाई होती है, चलिए इस लेख में आपको विदेशी सब्जियों की खेती करने वाले किसान की सफलता का राज बताते हैं-
किसान का परिचय
नमस्कार किसान भाइयों आज इस लेख में हम आपको फिर एक नए किसान की सफलता का परिचय देने जा रहे हैं ताकि आपको भी उनसे प्रेरणा मिल सके। वह अन्य किसानों को प्रशिक्षण भी देते हैं ताकि किसान अपनी आय में वृद्धि कर सके। जिस किसान की आज हम बात कर रहे हैं वह लखनऊ, उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं उनका नाम रमेश कुमार वर्मा है और वह पहले तो देसी सब्जियों की खेती करते थे, लेकिन अब कुछ सालों से वह विदेशी सब्जियों की खेती करते हैं।
जिससे उन्हें ढाई एकड़ की जमीन से हर साल 12 से लेकर 13 लाख रुपए तक की कमाई हो जाती है। जिससे वह अन्य किसानों के बीच प्रसिद्ध भी है। इतना ही नहीं उन्होंने प्रशिक्षण देना भी शुरू किया है अन्य किसानों को वह प्रशिक्षण भी देते हैं। हजारों लोगों से विदेशी सब्जियों की खेती का तरीका सीख चुके हैं। वह किसान को जंगली जानवरों से अपनी फसल कैसे बचाएं यह भी बताते हैं और सरकार से उन्होंने सब्सिडी भी ली है, तो चलिए सबसे पहले यह जान लेते हैं कि वह किन सब्जियों की खेती करते हैं उसके बाद हम जानेंगे कि सरकार से कैसे सहायता मिली, छुट्टा जानवरों के लिए वह क्या करते हैं।
इन सब्जियों की करते हैं खेती
देसी नहीं वह विदेशी सब्जियों की खेती में रुचि दिखा रहे हैं। क्योंकि मंडी में विदेशी सब्जियों की कीमत अधिक मिलती है। फाइव स्टार होटल में इन विदेशी सब्जियों की डिमांड रहती है, जिससे बढ़िया कीमत मिल जाती है। जिसमें रमेश जी ब्रोकली, रेड कैब्बेज, चेरी टमाटर, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, आइसबर्ग, पार्सले सब्जियों की खेती करते हैं। जिसके बीज वह दिल्ली से मंगाते हैं। कृषि विभाग से भी उन्होंने इसके लिए संपर्क किया है। आजकल तो ऑनलाइन भी किसान सब्जियों के बीज घर बैठे मंगा सकते हैं।
सरकार से मिली मदद
सरकार किसानों की आर्थिक मदद करने के लिए विभिन्न प्रकार की सब्सिडी दे रही है। जिसमें आज हम रमेश जी की बात करें तो बता दे कि उन्होंने पॉलीहाउस के लिए सरकार से मदद ली थी। जी हां आपको बता दे कि पाली हाउस पर सरकार सब्सिडी देती है। जिसमें रमेश जी को 4.5 लाख रुपए की सरकारी मदद मिली थी। उन्होंने बताया कि जब मैं पॉली हाउस बनवाया था तब उसमें लागत आज के हिसाब से कम आती थी। जिसे 9 लाख रुपए के खर्चे में सरकार से 4.5 लाख रुपए की मदद उन्हें मिली थी। पोली हाउस में किसी भी मौसम में सब्जियां उगा सकते हैं। मौसम की मार से किसान इससे बच जाते हैं, कीट रोग भी कम लगते हैं।
छुट्टा जानवरों का प्रबंध
छुट्टा जानवर किसानों को बहुत परेशान करते हैं। एक रात में ही पूरी फसल बर्बाद कर सकते हैं। जिसमें रमेश जी बताते हैं कि उन्होंने इसके लिए झटका तार लगाया है और इसे खरीदने के लिए किसान ने ₹7000 खर्च किये। इससे वह अपनी फसलों की सुरक्षा करते हैं। झटका तार लगे होने की वजह से इंसान, जानवर कोई भी खेत के अंदर बिना मर्जी के प्रवेश नहीं कर सकता है
विदेशी सब्जियों की खेती में कमाई
विदेशी सब्जियों की डिमांड बढ़ती जा रही है। जिससे किसानों को इसमें अच्छा मुनाफा मिल रहा है। सब्जियों के बीज किसानों को मिल जा रहे हैं। जिससे खेती करना आसान है। यही फायदा देखते हुए रमेश जी ने जमीन लीज पर भी लिया। जी हां उनके पास पहले एक बीघा ही जमीन थी फिर बाद में उन्होंने तीन बीघा किराया पर लिया, जिसका किराया वह 45000 देते हैं। लेकिन उससे उन्हें मुनाफा अधिक होता है। इसलिए यह लागत मायने नहीं रखेगी। वह बताते हैं कि₹5000 उन्हें विदेशी सब्जियों से एक दिन में कमाई हो जाती है और सालाना ढाई एकड़ की जमीन से 12 से 13 लाख रुपए उन्हें मुनाफा हो रहा है। इस तरह आप देख सकते हैं विदेशी सब्जियों की खेती से कैसे किसान अच्छी कमाई कर रहे हैं।
लेकिन अगर किसान इन सब्जियों की खेती करना चाहते हैं तो मिट्टी, जलवायु, सिंचाई, समय आदि का ध्यान रखें। ताकि उन्हें नुकसान ना उठाना पड़े। साथ ही अपने मंडी का भी निरीक्षण करें, क्या वहां पर इन सब्जियों की डिमांड है।