Kisan News : सरसों रेट में लंबे समय से गिरावट के बाद से तेजी देखने को मिला, अब 2025 में सरसों का भाव क्या रहेगा?, जानें पूरी डिटेल…
बीते सप्ताह के दौरान सोमवार को जयपुर सरसों कंडीशन का कीमत 6300 रुपए प्रति क्विंटल से लेकर 6325 रुपए प्रति क्विंटल पर ओपन हुआ। वहीं शनिवार को जयपुर कंडीशन का भाव 6525 से लेकर 6550 रुपए प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सप्ताह सरसों की कीमतों में 225 रुपए की तेजी दर्ज की गई। आइए जानें 2025 में सरसों का भाव क्या रहेगा?, सरसों तेजी मंदी रिपोर्ट ….
सरसों में मजबूती का कारण?
सरसों तेल व सरसों कल की कीमतों में मजबूती देखने को मिली। बता दे की राजस्थान प्रदेश में कुछ हिस्सों में ओले गिरने से फसलों को नुकसान हुआ है। नाफेड के ओक्शन में सरसो की मजबूत मांग और अंतराष्ट्रीय खाद्य तेल मार्किट में मजबूती
सरसो की बुवाई रिपोर्ट
सरसो की बुवाई अधिकाश राज्यों में पूरी हो चुकी है।
89 लाख हेक्टेयर के करीब क्षेत्र में बुवाई अब तक की जा चुकी है।
सरसो की बुवाई इस वर्ष 5% कमजोर है। उत्तर भारत में बारिश से फसल के विकास को लाभ मिलेगा।हालाकि ओले गिरने की सम्भावना भी रहेगी, जिसके चलते फसल पर खतरा भी बना रहेगा।
नाफेड ने कितनी सरसो बेची है?
नाफेड़ द्वारा सरसों बिकवाली लगभग 11.50 लाख टन हो चुकी है। कुल मिलाकर सरकारी एजेंसियों के पास 11-12 लाख टन सरसों उपलब्ध होने का अनुमान है।
सरसो में तेजी कहाँ तक है?
पिछले सप्ताह जयपुर सरसों अपने सपोर्ट 6275 के करीब बंद हुआ था। जहाँ से एक रिकवरी की उम्मीद हमने जताई थी। यहाँं से सरसो का रेजिस्टेंस 6850 पर नजर आ रहा है
सरसों की तेजी मंदी नाफेड की सरसों बिकवाली, जनवरी में मौसम पर निर्भर, मंडियों में सप्लाई कम होने की वजह से मीलों को नई फसल तक सरकारी स्टॉक में पड़े सरसो पर निर्भर रहना होगा।
सरसो की नई फसल आने तक सरसो 6250-6750 के बीच रहने का अनुमान। जैसे जैसे कटाई का समय नजदीक आएगा और फसल की सप्लाई बढ़ेगी वैसे वैसे सरसो में दबाव बढेगा और इसमें 6000 तक गिरावट का अनुमान है।
हालांकि, इस वर्ष उत्पादन घटने की सम्भावना को देखते हए अगले सीज़न भी सरसो में निचले स्तरों से अच्छी तेजी की उम्मीद है। व्यापार अपने विवेक से निर्णय लें कर करें।