यूरिया गोल्ड खाद का इस्तेमाल करके किसान खेती से होने वाली अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकते हैं। चलिए आपको इस लेख में बताते हैं सरकार ने इस यूरिया गोल्ड खाद को क्यों शुरू किया है-
यूरिया गोल्ड खाद
फसलों के अच्छे विकास के लिए ज्यादा उत्पादन के लिए किसान यूरिया खाद का इस्तेमाल करते हैं। जिसमें कई प्रकार की यूरिया खाद आती है। जैसे कि नैनो यूरिया, नीम लेपित यूरिया। जिसमें अब यूरिया गोल्ड भी आ चुकी है। केंद्र सरकार द्वारा सल्फर लेपित यूरिया जिसे यूरिया गोल्ड कहा जाता है लाई गई है। इस यूरिया से किसानों को क्या-क्या फायदे होंगे चलिए आपको बताते हैं।
सल्फर लेपित यूरिया के फायदे
सल्फर लेपित यूरिया यानी कि यूरिया गोल्ड से किसानों को पहले से अधिक फायदा होगा। क्योंकि यह ज्यादा गुणकारी है। इस यूरिया के बारे में सरकार का कहना है कि यह मिट्टी में सल्फर की कमी को पूरा करेगी। इसमें 17% सल्फर, और 37% नाइट्रोजन मिला हुआ है। जिससे फसल से अधिक उत्पादन लेने में मदद मिलेगी। रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल का कहना है कि सल्फर लेपित यूरिया, नाइट्रोजन अधिक मात्रा के साथ आई है। अब मिट्टी में यूरिया धीमी गति से स्रावित होगी।
क्योंकि इसमें सल्फर का लेपन हुआ है। जिससे मिट्टी में सल्फर की कमी है उसके लिए यह खाद ज्यादा फायदेमंद है। चलिए आपको बताते हैं सल्फर खाद का इस्तेमाल करने पर फसल को क्या-क्या फायदे होंगे।
अनाज की गुणवत्ता में सुधार करेगी
सल्फर लेपित यूरिया का किसान अपनी फसलों में इस्तेमाल करते हैं तो इससे कई तरह के फायदे होंगे। जैसे की पैदावार बढ़ेगी। अनाज की गुणवत्ता में सुधार होगा। प्रतिरोधक क्षमता में भी सुधार देखने को मिलेगा। सल्फर को एक द्वितीय पोषक तत्व के रूप में जाना जाता है। जिससे जड़ों का विकास होता है। मेटाबॉलिक गतिविधियों में यह मदद करता है। नोड्यूलेशन के लिए भी काम आता है। नाइट्रोजन और फास्फोरस का यह मिश्रण किसानों की आय में वृद्धि करने में मदद करेगा।