इस लेख में आपको आटा पीसने की एक बेहतरीन मशीन/आटा चक्की के बारे में जानकारी दी जा रही है, जिससे घर में आटा पिसेगा, पैसे बचेंगे, न बिजली की जरूरत पड़ेगी और न ही सौर ऊर्जा की-
आटा पीसने की समस्या
गेहूं से आटा पीसने में कई तरह की समस्याएं आती हैं, जैसे कुछ किसानों के घर से आटा चक्की दूर होती है, इसलिए वे ज्यादा आटा पिसवाकर उसे लंबे समय तक घर पर ही रखते हैं, जिससे कुछ समय बाद आटे में कीड़े भी लगने लगते हैं, इसके अलावा हर महीने आटा पीसने पर अलग से पैसे खर्च होते हैं और गेहूं और आटा लाना भी मेहनत का काम है, लेकिन अगर आप चाहें तो घर पर ही आटा पीस सकते हैं, जी हां, हम आटा पीसने वाली के ऐसी मशीन की बात कर रहे हैं, जिससे इंसान का शरीर स्वस्थ रहता है और घर पर ताजा आटा भी मिल जाता है, इसके लिए बिजली या सौर ऊर्जा की जरूरत नहीं होती।
साइकिल से पिसेगा आटा
अब गेहूं या किसी अनाज का आटा पिसवाने के लिए चक्की पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, आप साइकिल की मदद से आटा पिसवा सकते हैं। कुछ लोगों को लगता होगा कि साइकिल से आटा कैसे पीस सकते हैं। दरअसल, गंगा राम नाम के एक शख्स हैं जिन्होंने 8वीं क्लास तक पढ़ाई की है। उन्होंने एक बेहतरीन आटा पीसने वाली मशीन बनाई है। गंगा राम ने मेरठ के एमआईटी इंस्टीट्यूट में बने अटल बिहारी कम्युनिटी इनोवेशन सेंटर में पैर से चलने वाली आटा चक्की मशीन तैयार की है। इस मशीन को चलाने के लिए बिजली या सोलर एनर्जी की जरूरत नहीं है, बल्कि लोग साइकिल चलाकर आटा पीस सकते हैं।

इससे 1 घंटे में 5 किलो आटा पीसा जा सकता है। गंगा राम का कहना है कि अगर आप साइकिल चलाएंगे तो आपकी सेहत भी बनी रहेगी और आटा स्वादिष्ट भी रहेगा, जो पुराना हो जाने पर खराब नहीं होगा है। साथ पिसवाई भी बचेगी। इस मशीन को चलाने के लिए बिजली नहीं चाहिए तो खर्चा भी नहीं आएगा इसका।
मशीन बनाने में लागत
यह मशीन कोई भी व्यक्ति कम खर्चे में खरीद सकते है। गंगा राम का कहना है कि इस आटा पीसने वाली मशीन को बनाने में करीब ₹10000 का खर्च आया है, इस मशीन की काफी डिमांड है। लोग इसे काफी पसंद कर रहे हैं, क्योंकि वे अपनी सुविधा और जरूरत के हिसाब से आटा पीस सकते हैं। आटे को ज्यादा दिनों तक स्टोर करके नहीं रखना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि उन्होंने 10 चक्की बेंच चुके हैं और काफी ऑर्डर आ रहे हैं जिसके लिए उन्हें इस मशीन के ऑर्डर पूरे करने का समय नहीं मिल पा रहा है.
यह मशीन बनाने में खर्चा इस लिए कम आया क्योंकि उन्होंने पुरानी साइकिल और आटा चक्की के पुराने पार्ट्स का इस्तेमाल किया है. जैसे पुराने समय में बैठकर और हाथों का इस्तेमाल करके आटा पीसते थे लेकिन अब पैरों का इस्तेमाल करके बैठे-बैठे आटा पीस सकते हैं और वो भी 1 घंटे में 5 किलो. गंगा राम का कहना है कि अगर आप इस मशीन को चलाने में एक्सपर्ट हो गए तो आप 8 किलो आटा भी पीस सकते हैं. इस तरह पुरानी आटा चक्की का एक नया रूप देखने को मिल रहा है.