किसानों को अब सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। डिजिटल किसान आईडी से उन्हें आसानी से लाभ मिलेगा चलिए जानते हैं कैसे-
किसान डिजिटल आईडी
किसान डिजिटल आईडी देश के कई राज्यों में बनाई जा रही है। जिसमें मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान, आंध्र प्रदेश के बाद छत्तीसगढ़, असम, उड़ीसा, बिहार में भी तेजी से इस पर काम हो रहा है। किसानों को इससे डिजिटल आईडी से कई फायदे हैं। इसके बारे में आज हम चर्चा करने जा रहे हैं। किसान डिजिटल आईडी में 11 अंक होंगे। जिससे किसान की एक विशिष्ट डिजिटल पहचान बनेगी। किसान के बारे में उसमें पूरी जानकारी होगी। जैसे कि कृषि भूमि का रिकॉर्ड आदि।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने एग्रीस्टैक योजना के तहत देश के किसानों का डिजिटल बायोडाटा तैयार कर रही है। जैसे किसानों को और सरकार को भी फायदा होगा। बता दे कि छत्तीसगढ़ में बड़ी तेजी से इस पर, इस समय काम हो रहा है। चलिए आपको बताते हैं कि अगर किसान डिजिटल आईडी बनवा लेते हैं तो उन्हें क्या-क्या फायदा होगा।
डिजिटल किसान आईडी के 5 फायदे
किसान डिजिटल आईडी के महत्वपूर्ण फायदे हैं। इससे किसानों का जीवन आसान हो जाएगा। उन्हें किसी भी सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए सरकारी दफ्तर के चक्कर काटने की जरूरत नहीं पड़ेगी। किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, फसल बीमा योजना, सब्सिडी योजनाएं आदि का लाभ एक क्लिक में उठा पाएंगे। बार-बार किसी चीज के लिए आवेदन नहीं करना पड़ेगा।
- बिचौलियों की होगी छुट्टी- शुरुआत से अभी तक अधिकतर किसानों को सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए बिचौलियों से होकर उनका गुजरना पड़ता है। यह बिचौलिए किसानों से पैसे भी ले लेते हैं, और कभी-कभी काम भी नहीं करते हैं। तो अगर किसान दलाल और बिचैलियों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो डिजिटल किसान आईडी बनवा ले इससे सीधे सरकारी पोर्टल सेवा जुड़ जाएंगे और किसानों को अपना हक समय पर मिलेगा, बिचौलियों की छुट्टी हो जाएगी।
- लोन और बीमा का फायदा मिलेगा फटाफट- लोन और बीमा आदि का फायदा लेने के लिए किसानों को बहुत मेहनत मशक्कत करनी पड़ती है। लेकिन अगर डिजिटल आईडी बनवा लेंगे तो उन्हें लोन और बीमा आसानी से मिलेगा। इस तरह किसानों को आर्थिक मदद भी इस योजना के चलते सरलता से उपलब्ध होगी।
- एक आईडी से होंगे सारे काम- एक आईडी किसान बनवा लेंगे तो उन्हें अन्य योजनाओं के लिए बार-बार नए-नए पंजीयन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जी हां जैसे की फसल बीमा, लोन, मंडी में फसल की बिक्री यह सब चीज आसान हो जाएंगे।
- फसल की बिक्री का काम भी आसान- फसल की बिक्री किसान मंडी में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर करते हैं। जिसके लिए उन्हें पंजीयन करना पड़ता है, और पैसे के लिए भी उन्हें मस्कत करनी पड़ती है। लेकिन आप मंडी में फसल बेचना या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर फसल बेचना आसान हो जाएगा। दाम भी सही मिलेगा। भुगतान भी तेजी से होगा। पहले के मुकाबले कम समय लगेगा।
- ऑनलाइन आसानी से मिलेंगी सेवाएं, भ्रष्टाचार का खेल खत्म- कई सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए किसानों को ऑफलाइन दस्तावेज का ढेर लगाना पड़ता है। लेकिन अगर किसान ऑनलाइन लाभ उठाते हैं तो जल्दी लाभ मिल जाता है। डिजिटल आईडी इस काम को आसान कर देगी। इस डिजिटल आईडी में किसान की जमीन, फसल और व्यक्तिगत जानकारी दर्ज रहेगी। जिससे बीज, खाद, कृषि यंत्र पर सब्सिडी, लोन यह सब आसानी से मिलेगा। भ्रष्टाचार करने वालों की छुट्टी हो जाएगी। किसान सभी लाभ समय पर प्राप्त कर पाएंगे।
इस तरह किसान का जीवन पहले से आसान हो जाएगा। यही सरकार का लक्ष्य भी है, वही जो किसान आपात्र हैं वह योजनाओं का लाभ नहीं ले पाएंगे। जिससे पात्र लोगों को महत्व दिया जाएगा।