किसान अपने खेत की मिट्टी की जांच कैसे करा सकते हैं, इससे क्या फायदे होंगे, कहां पर इस समय जांच हो रही है, मुफ्त में मिट्टी की जांच कहां होगी सब कुछ इस लेख में जानेंगे-
मिट्टी की जांच के फायदे
सबसे पहले मिट्टी की जांच के फायदे जान लेते हैं जिसकी जानकारी हर किसान को होनी चाहिए खेत की मिट्टी की जांच हो जाती है तो किसान को पता चल जाता है की मिट्टी में कौन से पोषक तत्व मौजूद है और किन पोषक तत्वों की कमी है। जिन पोषक तत्वों की कमी है अगर किसान वही खाद देंगे तो उत्पादन इससे बढ़ेगा। सरल भाषा में कहें तो किसान को अपने खेत की मिट्टी की सेहत की जानकारी हो जाएगी। जिससे किसान उसकी बिगड़ी हालत को सुधार सकते हैं।
मिट्टी की जांच कराकर किसान पता कर सकते हैं की पीएच वैल्यू कितनी है। फॉस्फोरस, पोटेशियम और नाइट्रोजन जैसे अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व की क्या रिपोर्ट है। जिससे उसके अनुसार खेत में खाद किसान डालेंगे इससे पैदावार बढ़ाने में मदद मिलेगी।

₹110 में मिट्टी की जांच
मिट्टी की जांच-जहां भी होती है हम आपको समय पर जानकारी देते हैं। जिसमें इस समय बात करें तो कई जगह में मिट्टी की जांच हो रही है। लेकिन 110 रुपए में पालीवाल पार्क स्थित कृषि विभाग की प्रयोगशाला में मिट्टी की जांच की जा रही है। यह आगरा के पास का कृषि विभाग है। आगरा के अलावा मथुरा, मैनपुरी, फिरोजाबाद जैसे कई जगह से किसानों से मिट्टी के नमूने लिए जा रहे हैं और मिट्टी की जांच की जा रही है।
कहां होती है मिट्टी की जांच
मिट्टी की जांच किसी भी राज्य या स्थान के किसान करा सकते हैं। कृषि विज्ञान केंद्र, कृषि विभाग और कृषि विश्वविद्यालय में मिट्टी की जांच की जाती है। इन केन्द्रो में कभी-कभी मुफ्त में मिट्टी की जांच होती है। मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में भी नमूना ले जाकर मिट्टी की जांच किसान करवा सकते हैं।
अब किसान के कृषि विभाग में मिट्टी की जांच होती है या नहीं इसके लिए किसान को कृषि विभाग के अधिकारियों से संपर्क करना होगा और जानकारी प्राप्त करनी होगी। मिट्टी की जांच करा कर किसान उसके अनुसार फसलों का चुनाव भी करेंगे, सही फसलों से उत्पादन भी अच्छा होगा।