गेहूं की पैदावार बढ़ाने के लिए किसान दूसरी सिंचाई के साथ इस चीज का इस्तेमाल करके फसल को संपूर्ण पोषण दे सकते हैं-
गेहूं की खेती
गेहूं की खेती में किसानों को फायदा तब है जब उन्हें अच्छी पैदावार मिले। जिसमें आज हम एक जैविक तरीका बताने जा रहे हैं। जिससे अधिक पैदावार ली जा सकती है। इस खाद का इस्तेमाल करके किसान अपनी फसल को संपूर्ण पोषण दे सकते हैं और उससे उन्हें कई फायदे होने वाले हैं। पौधे का विकास बढ़िया होगा कल्ले ज्यादा आएंगे। जड़ों का भी विकास होगा। यानी की पूरी तरह से पौधे को पोषण मिलेगा। कोई अन्य समस्या नहीं आएगी। तो चलिए आपको इस खाद का नाम और इस्तेमाल का तरीका बताते है।
गेहूं में डाले यह खाद
गेहूं की फसल में दूसरी सिंचाई के समय की बात करें तो 40 से 50 दिन के भीतर किसान दूसरी सिंचाई कर देते हैं और इस समय कल्लो की संख्या यानी की फुटाव और ज्यादा लेने के लिए उन्हें खाद डालना चाहिए। जिसमें किसान जब यूरिया डालते हैं तो यूरिया के साथ सीवीड फर्टिलाइजर भी डाल सकते हैं। जी हां हम सीवीड खाद की बात कर रहे हैं जो कि काले रंग की होती है। एक एकड़ में 30 किलो यूरिया खाद डालें और उसके साथ 1 किलो सीवीड फर्टिलाइजर डालें। यहां पर 80% वाला शुद्ध प्रीमियम वाला सीवीड फर्टिलाइजर लेना है जो की 100% वाटर सूटेबल होता है।
यह यूरिया खाद में चिपक जाते हैं और फसल में जाकर उन्हें पूरा पोषण देते हैं। सिर्फ एक फर्टिलाइजर फसल के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है।
सीवीड फर्टिलाइजर क्या है
सीवीड फर्टिलाइजर एक प्राकृतिक जैविक खाद है। जिसे समुद्री सैवालो से बनाया जाता है। इस खेती में इस्तेमाल करने से कई फायदे मिलते हैं। पौधों का विकास अच्छा होता है। उसकी जड़ का विकास होता है। फलन की प्रक्रिया बढ़िया से होती है। पत्तों की भी वृद्धि होती है। इससे मिट्टी को लंबे समय तक पोषण मिलता रहता है। कीटों से भी यह पौधों की सुरक्षा करती है। मिट्टी की उर्वरकता को बढ़ाती है। फसल को अधिक ठंड से भी बचाती है।