गेहूं के भाव में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है, तब इस लेख में जानते हैं शरबती गेहूं सहित अन्य गेहूं की कीमत इस समय क्या चल रही है-
गेहूं के भाव में बढ़ोतरी
गेहूं की खेती करने वाले किसानों को कुछ महीनो से बहुत ज्यादा फायदा हो रहा है। पुराने गेहूं की अच्छी कीमत मिलती आ रही है। आटा और गेहूं दोनों के भाव बढ़ते ही जा रहे हैं। जिससे आम आदमी तो परेशान है लेकिन किसानों को इसमें फायदा हो रहा है। वहीं जिन किसानों ने गेहूं की खेती की है उन्हें अच्छे भाव मिलने की उम्मीद है। जिसमें आपको बता दे की शरबती गेहूं जो मध्य प्रदेश का बेहतरीन रंग और स्वादिष्ट वाला गेहूं है इसकी भी बढ़िया कीमत मिल रही है। सरकार एमएसपी पर जितनी कीमत पर गेहूं खरीदती है उससे कहीं ज्यादा गेहूं के भाव बढ़ते जा रहे हैं।
गेहूं का पुराना जितना भी स्टॉक था किसानों ने उसकी बिक्री बढ़िया कीमतों पर कर ली है। अब जो नया स्टॉक आने वाला है तो उसकी भी किसानों को अच्छी ही कीमत मिलने की उम्मीद है।
गेहूं के मंडी भाव
- गेहूं के मंडी भाव की बात करें तो शरबती वैरायटी का गेहूं पुणे मंडी में 5400 क्विंटल में बिक रहा है, यह न्यूनतम भाव है। अधिकतम दाम 4600 है, औसत दाम की बात करें तो ₹5000 क्विंटल है।
- शरबती वैरायटी का गेहूं सोलापुर में 3955 न्यूनतम भाव रख रहा है, जबकि अधिकतम कीमत की बात करें तो 2670 रुपए है।
- बारामती मंडी में कल्याण सोना वैरायटी का गेहूं का अधिकतम भाव 2500 और न्यूनतम भाव 2911 रुपए है।
- नागपुर में शरबती गेहूं 3200 से लेकर 3300 के बीच में है।
- हिंगोली में शरबती गेहूं का अधिकतम भाव 2850 और न्यूनतम भाव 3400 है। औसत भाव की बात करें तो 3125 रुपए है।
- आवक की बात करें तो बारामती में 225 आवक कल्याण सोना वैरायटी के गेहूं की है। वहीं पुणे में शरबती गेहूं की आवक 409 है।
MSP से अधिक गेहूं की कीमत
सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी कि एमएसपी पर गेहूं की खरीदी करती है। जिसमें इस बार एमएसपी रेट 2425 रुपए क्विंटल है और 175 रुपए सरकार बोनस भी देगी। लेकिन आपको बता दे की मध्य प्रदेश की मंडियों में गेहूं के भाव 3050 से लेकर ₹3200 के बीच में चल रहे हैं। आटा की कीमत की बात करें तो ₹3000 क्विंटल चल रहे हैं। इस हिसाब से एमएसपी से अधिक गेहूं की कीमत फिलहाल है, और आने वाले समय में बढ़ने के आसार है। कृषि विशेषज्ञ का कहना है कि ₹2600 क्विंटल गेहूं की कीमत किसानों को मिल सकती है।
क्योंकि इस समय तापमान तेजी से बढ़ रहा है, और ऐसे में उत्पादन घटने की संभावना बन रही है। लेकिन अगर किसान अपनी फसल बचा लेते हैं, पैदावार अधिक को होती है, मांग से भी ज्यादा उत्पादन होता है तो कीमत गिर सकती है। लेकिन जिस हिसाब से अभी तापमान चल रहा है, अगर ऐसा ही रहा तो गुणवत्ता के साथ-साथ उत्पादन पर भी फर्क पड़ेगा। जिससे किसानों को गेहूं की अधिक कीमत मिलेगी।