Kisan News : साल 2025 के शुरू होते ही कई नियम बदले गए साथ ही कई चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई तो कई चीजों की कीमतें कम हुई है। हाल ही में 2025 के शुरू होते से ही डीएपी के भाव की घोषणा कर दी गई है ऐसे में सरकार की तरफ से किसानों के लिए यह राहत भरी खबर है डीएपी की बढ़ती कीमतों को रोकने के लिए एक खास तरह का पैकेज तैयार किया गया है।
जिसके चलते डीएपी की कीमत लगभग 1350 रुपए प्रति 50 किलोग्राम बैग रखी जाएगी। यह कीमत बीते 4 सालों से स्थिर बनी हुई है अब ऐसे में किसानो की आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए सरकार की तरफ से कृषि उत्पादन को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
डीएपी का महत्व
फसलों में डीएपी का एक खास महत्व है। यह एक महत्वपूर्ण उर्वरक माना जाता है। इसका इस्तेमाल फसलों की अच्छी वृद्धि के लिए किया जाता है साथ ही इसके इस्तेमाल से फसल में नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे कई तत्वों की पूर्ति होती है। इतना ही नहीं यह फसलों की विकास के लिए बहुत ज्यादा जरूरी होता है। डीएपी का इस्तेमाल लगभग सभी फसलों में किया जाता है और खास तौर पर गेहूं, चावल के साथ बाकी कई फसलों में इसका इस्तेमाल होता है। इससे फसल को विकास अच्छा मिलता है।
डीएपी की साल 2025 में कीमत
विशेषता | विवरण |
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वर्तमान मूल्य | ₹1,350 प्रति 50 किलोग्राम बैग |
संभावित वृद्धि | 12-15% |
विशेष पैकेज | ₹3,500 प्रति टन |
लागू होने की तारीख | 01 जनवरी 2025 |
वित्तीय भार | ₹3,850 करोड़ |
कुल वार्षिक डाप आवश्यकता | लगभग 11 मिलियन टन |
आयातित डाप की मात्रा | लगभग 50% |
घरेलू उत्पादन | सीमित मात्रा में |
डीएपी की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह
डीएपी उर्वरक की कीमतों में बढ़ोतरी का खास कारण यह है कि कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी हो गई है और साथ ही वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। जिसके चलते यह बढ़ोतरी देखी गई है। बता दे सरकार की तरफ से किसानों को इस बढ़ती कीमतों से बचने के लिए खास पैकेज तैयार किया गया है जिसके चलते किसानों को इस बढ़ोतरी से राहत मिलेगी और साथ ही उत्पादन भी अच्छा प्राप्त होगा।