अगर आप फलों की खेती कर अपनी आमदनी बढ़ाना चाहते हैं तो आइए आपको राज्य सरकार की उस योजना के बारे में बताते हैं, जिसमें ₹80000 तक की सब्सिडी दी जाएगी।
किसानों को मिलेगी आर्थिक मदद
फलों की खेती मुनाफे वाली है। फल सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। ये अच्छे दामों पर बिकते हैं। किसान कम मेहनत में ज्यादा कमाई कर सकते हैं। इसलिए सरकार किसानों को फलों की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है और आर्थिक मदद दे रही है। आपको बता दें कि किसान तीन फलों की खेती कर सकते हैं। इसमें उन्हें प्रति हेक्टेयर 70 से 80 हजार रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। जैसा कि आप देख सकते हैं इस समय कई राज्य सरकारें किसानों पर सब्सिडी की बरसात कर रही हैं। तो आइए आपको फलों की खेती पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में बताते हैं।

फलों की खेती के लिए सब्सिडी
बिहार राज्य सरकार किसानों को आम, लीची और केले की खेती के लिए सब्सिडी दे रही है, जिसमें उन्हें प्रति हेक्टेयर 70 से 80 हजार रुपए दिए जाएंगे। यहां किसानों को आम और लीची की खेती के लिए ₹80000 और केले की खेती के लिए ₹70000 की सब्सिडी मिल रही है। यह पैसा किसानों को दो किस्तों में दिया जाएगा, जिसमें पहली किस्त बागवानी शुरू होने पर आएगी और दूसरी किस्त फसल अच्छी होने पर निगरानी और निरीक्षण के बाद दी जाएगी।
लाभ पाने के लिए किसान क्या करें
बिहार राज्य सरकार द्वारा फलों की खेती के लिए दी जाने वाली सब्सिडी का लाभ लेने के लिए किसानों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा। अगर वे रजिस्टर्ड हैं तो सीधे आवेदन कर सकते हैं। राज्य सरकार के बागवानी विभाग की https://horticulture.bihar.gov.in/ वेबसाइट है। वे यहां आवेदन कर सकते हैं। जो नए हैं उन्हें डीबीटी पोर्टल पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा, तभी उन्हें लाभ मिलेगा। इस योजना में कुछ नियम भी हैं, जैसे आम और केले की खेती राज्य के सभी जिलों में की जा सकती है, लेकिन लीची की खेती के लिए सरकार ने 6 जिलों का चयन किया है। ऐसे में किसानों को कृषि विभाग में इसकी जानकारी लेनी चाहिए।