पशुपालन करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है। राज्य सरकार द्वारा देशी गाय खरीदने के लिए और प्राकृतिक खेती करने के लिए आर्थिक मदद की जा रही है-
देसी गाय और प्राकृतिक खेती के लिए सब्सिडी
किसान अगर देसी गाय का पालन कर लेते हैं, तो वह प्राकृतिक खेती कर सकते हैं। खुद ही खाद और कीटनाशक बना सकते हैं। प्राकृतिक खेती किसानों के लिए और देश के लिए भी फायदेमंद है। क्योंकि रासायनिक खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी खराब होती है, किसान की सेहत पर बुरा असर पड़ता है, और पर्यावरण प्रदूषण भी होता है। इसमें लागत भी अधिक आती है। रासायनिक खाद उर्वरक आसानी से मिलते नहीं।
इस तरह कई तरह की समस्याएं खड़ी होती है। लेकिन प्राकृतिक खेती करके किसान इन सब समस्याओं से निपट सकते हैं। जिसके लिए हरियाणा राज्य सरकार द्वारा देशी गाय खरीदने के लिए ₹30000 और प्राकृतिक खेती करने के लिए कच्चे माल का भण्डारण और प्रसंकरण के लिए 4 ड्रम की जरूरत होती है जिसके लिए ₹3000 राज्य सरकार की तरफ से दिए जा रहे हैं। लेकिन यहां पर कुछ शर्तें निर्धारित की गई है तो चलिए उनके बारे में जानते हैं।
देशी गाय पर सब्सिडी प्राप्त करने के लिए शर्तें
देसी गाय के लिए ₹30000 सब्सिडी जा रही है। लेकिन यहां पर एक शर्त है कि एक एकड़ में प्राकृतिक खेती करने के लिए ही एक देसी गाय की खरीदी पर ₹30000 की सब्सिडी मिलेगी। आपको बता दें कि अभी तक 25000 रुपए की सब्सिडी 2 एकड़ के लिए दी जाती थी। लेकिन 2025 में इसे बढ़ा दिया गया है और अब ₹30000 प्रति एकड़ के अनुसार यह सब्सिडी जा रही है। इतना ही नहीं अगर प्राकृतिक खेती करते हैं तो ₹20000 की और आर्थिक मदद मिलेगी। चलिए उसके बारे में जानते हैं।
उत्पाद के पैकेजिंग और ब्रांडिंग के लिए मदद
प्राकृतिक खेती किसान कर रहे हैं लेकिन अभी उनकी संख्या कम है। रासायनिक उर्वरक का किसान इस्तेमाल लंबे समय से करते आ रहे हैं और अधिकतर किसान करते हैं। क्योंकि इससे उन्हें ज्यादा उत्पादन पहले के मुकाबले मिल रहा है। लेकिन इसके दुष्प्रभाव ज्यादा है। इसलिए प्राकृतिक खेती को सरकार प्रोत्साहित कर रही है, और प्राकृतिक खेती से जो अनाज उत्पादित होता है उन उत्पादों की पैकेजिंग करने के लिए उनकी ब्रांडिंग करने के लिए सरकार ₹20000 देगी। तो इस तरह किसान प्राकृतिक खेती सही तरीके से कर सकते हैं। सरकार की तरफ से बहुत ज्यादा आर्थिक मदद मिल रही है। जिससे लागत कम हो जाएगी और मुनाफा अधिक होगा।
यह हरियाणा राज्य सरकार की योजना है। वहां के किसानों को लाभ मिलेगा। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा का कहना है कि राज्य सरकार प्राकृतिक खेती के लिए पहले चरण में जागरूकता अभियान चला रही है। उसके बाद किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा और उत्पादों की पैकेजिंग ब्रांडिंग पर भी मदद दी जाएगी। इस तरह प्राकृतिक खेती को राज्य सरकार बढ़ावा दे रही है।