Kisan News : मूंगफली की खेती कम लागत में करके अधिक कमाई करना चाहते हैं तो चलिए आपको बताते हैं इसके बीज कहां पर सस्ते में किसान प्राप्त कर सकते हैं-
मूंगफली की खेती में कमाई
मूंगफली की खेती में किसानों को फायदा है। इसीलिए सरकार मूंगफली की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है, और बीजों पर 91 रु की छूट दे रही है। ताकि सस्ते में मूंगफली के बीज प्राप्त कर सके। आपको बता दे कि बिहार राज्य सरकार द्वारा 40 हेक्टेयर में मूंगफली की खेती करने का लक्ष्य रखा गया है। जिससे ज्यादा से ज्यादा किसानों खेती से कमाई कर सके। क्योंकि कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर पानी की समस्या आती है तो किसान अगर मूंगफली की खेती करते हैं तो कम पानी में भी अच्छा उत्पादन ले सकते हैं।
तो खेत खाली होने के बाद, मार्च-अप्रैल मूंगफली लगा सकते है। किसान अगर नई फसल लगाने की सोच रहा है तो मूंगफली भी एक अच्छा विकल्प है। जून-जुलाई में आपका खेत फिर खाली हो जाएगा। मूंगफली की खेती में कमाई अच्छी है क्योंकि, मूंगफली की डिमांड बाजार में बनी ही रहती है। ₹100 से लेकर 150 रुपए किलो मूंगफली की कीमत रहती है, और एक एकड़ से 6 से 7 क्विंटल उत्पादन मिल जाता है तो किसान मालामाल हो सकते हैं।
मूंगफली की खेती
- मूंगफली की खेती करने जा रहे हैं तो ऐसे खेत का चयन करें जिसमें जल निकासी की बढ़िया व्यवस्था हो, खेत में पानी रुकना नहीं चाहिए।
- इसके अलावा मिट्टी के बात करें तो बलुई दोमट मिट्टी, भुरभुरी मिट्टी मूंगफली की खेती के लिए बढ़िया होती है।
- मिट्टी का पीएच मान 5.5 से 7 के बीच होता है तो बेहतर होता है।
- मूंगफली की खेती 1 एकड़ में कर रहे हैं तो 35 किलो बीजों की जरूरत पड़ती है, और 6-7 क्विंटल उत्पादन मिल सकता है।
- अगर एक कट्ठा की जमीन में लगाते है तो उससे किसान 30 से 40 किलो उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं।
- मूंगफली के फसल 60 से 90 दिन के बीच की होती है।
मूंगफली के बीज पर सब्सिडी
बिहार में मूंगफली के बीजों पर सब्सिडी दी जा रही है। जिसमें गया जिले के किसानों को यह लाभ मिलेगा। आपको बता दे कि वहां की जलवायु मूंगफली की खेती के लिए उपयुक्त है। सरकार का लक्ष्य 40 हेक्टेयर में मूंगफली की खेती करने का, जिसमें उन्होंने बताया एक कट्ठा से किसान 30 से 40 किलो उत्पादन प्राप्त कर लेंगे। जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा होगा। इसीलिए सरकार मूंगफली के बीजों पर 50% के सब्सिडी दे रही है। यानी की, 1 किलो में किसान को ₹91 का अनुदान मिलेगा। जिसके लिए किसान जिला कृषि विभाग से भी संपर्क कर सकते हैं।