इस लेख में आपको एक ऐसे किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं जो सालाना एक छोटी सी जमीन से 10 लाख रुपए कमा रहा है और सरकार से भी सब्सिडी मिली है-
किसान का परिचय
नमस्कार किसान भाइयों इस लेख में आपको किसान की सफलता की कहानी बताने जा रहे हैं। जो खेती से सालाना 10 लाख की कमाई कर रहा है। एक ही फसल वह साल में दो बार लगाते हैं। जिसमें गर्मी में अधिक कीमत मिलती है। इसलिए हम आपको इस सीजन में यह जानकारी देने जा रहे हैं। किसान का नाम यशपाल बलौदा है और वह खुड़िया के रहने वाले हैं। उन्होंने इस्माईलपुर में चार बीघा की जमीन में खेती की है। जिससे 1 साल में 10 लाख की कमाई हो रही है। यह मुनाफा एक आम किसान के लिए बहुत ही ज्यादा है। चलिए आपको बताते हैं वह कौन सी फसल कैसे लगाते हैं।
पानी की कमी को पूरा करने वाली सब्जी
जैसा कि हमने जाना पानी की कमी को पूरा करने वाली सब्जी लगाकर किसान लाखो कमा रहा। दरअसल, खीरा की बात कर रहा है जो कि गर्मियों में बहुत ज्यादा डिमांड में रहता है। किसान ने बताया कि वह साल में दो बार खीरा की खेती करते हैं। गर्मी में 120 दिन और सर्दी में 150 दिन यह फसल रहती है। गर्मी में किसान को अधिक दाम खीरा के मिलते हैं। उन्होंने बताया मार्च में उनकी फसल तैयार हो गई है और बढ़िया सीजन में समय पर ही मंडी में उनकी सब्जी पहुंच रही है। वह कम पानी में खीरा की खेती करते हैं जिसमें बरसात के पानी को इकट्ठा करके वह खेती करते हैं।
वह रोजना घंटो पानी नहीं देते है बल्कि 2 दिन में से 15 मिनट पानी चलते हैं। जी हां वह ड्रिप से पानी देते हैं। जिससे पानी कम लगता है। लेकिन वह सामान्य तरीके से खुले खेत में खीरा की खेती नहीं करते हैं तो चलिए आपको बताते हैं वह किस तरीके से खीरा की खेती करते हैं और सरकार ने इस खेती में कैसे उनकी मदद की है।
सरकार से मिली खेती के लिए सब्सिडी
किसानों की आर्थिक मदद करने के लिए सरकार विभिन्न प्रकार की योजना चला रही है। जिसमें किसानों को आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करने के लिए भी सरकार प्रोत्साहित करती है, और सब्सिडी देती है। जैसे कि पॉलीहाउस। जी हाँ पॉलीहाउस में अगर किसान खेती करते हैं तो उन्हें उच्च गुणवत्ता वाली फसल मिलती है। साथ ही बरसात, सर्दी, तूफान आदि से अपनी फसल को बचा सकते हैं। जैसे कि किसान यशपाल ने सरकारी अनुदान पर पॉलीहाउस लगाया है। जिसमें उन्होंने बताया कि 38 लाख 70 हजार की लागत बैठ रही थी। लेकिन 23,63,000 रु सरकार से मिल गए।
वहीं 15 लाख किसान ने अपने पास से लगाए। उसके बाद एक बढ़िया टिकाऊ पोली हाउस तैयार कर लिया है और उस पॉलीहाउस के पास एक कच्ची दिग्गी भी है। जिसमें बरसात का पानी इकट्ठा होता है, और उसका वह इस्तेमाल कर लेते हैं। इस तरह पॉलीहाउस की मदद से कम पानी में बढ़िया गुणवत्ता वाली खेती करते हैं। पानी का इस्तेमाल कम है तो कीट, खरपतवार की समस्या आदि नहीं आती है। खीरा की खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रहा है