Kisan Tips : गेहूं की फसल में पीलापन आने के कई कारण हो सकते है इस समस्या को समय पर नियंत्रित करना बहुत जरूरी है नहीं तो उत्पादन में गिरावट आ सकती है तो चलिए जानते है गेहूं की फसल में पीलापन दूर करने का जबरदस्त उपाय क्या है।
गेहूं की फसल में पीलापन की समस्या
Agriculture tips– गेहूं की फसल में पीलापन होने के कारण कई किसान परेशान है फसल में पीलापन आने के कई कारण हो सकते है जैसे की ज़रूरी पोषक तत्वों की कमी, ज़्यादा सिंचाई कर देना, खरपतवारनाशक का इस्तेमाल जैसे कई कारण हो सकते है। अधिक पानी की सिंचाई से खेत में जलभराव हो जाता है इस कारण भी फसल पीली पड़ने लगती है कई बार खरपतवारनाशक दवा का अधिक मात्रा में उपयोग करने से भी फसल पीली पड़ने लगती है गेहूं के नाइट्रोजन की कमी के लक्षण निचले पत्तों के पीले पड़ने से होते है गेहूं की फसल में पीलापन आने से पैदावार और गुणवत्ता पर बुरा असर पड़ता है इसलिए समय पर रोकथाम के उपाय कर लेना चाहिए जिससे फसल में पैदावार की गिरावट नहीं होती है।
ऐसे करें बचाव दोगुनी हो जाएगी पैदावार
गेहूं की फसल में पीलापन को समय पर नियंत्रित करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है अगर फसल में पीलापन आ गया है तो सबसे पहले 100 लीटर पानी में यूरिया मिलाकर पूरी फसल पर छिड़काव करना चाहिए। इसके अलावा गेहूं की फसल में पीलापन आने से निपटने के लिए यूरिया और ज़िंक सल्फ़ेट का स्प्रे भी कर सकते है। ऐसा करने से गेहूं की फसल में पीलापन की समय से छुटकारा मिल जाता है और गेहूं की पैदावार भी बहुत जबरदस्त मात्रा में होती है।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।