अक्सर नीलगाय और कई जानवर खेत में घुसकर खेत में लगी फसल को बर्बाद कर देते है जिससे बहुत नुकसान होता है ये पौधे खेत के किनारे लगाने से नीलगाय खेत के अंदर नहीं आ पाती है तो चलिए विस्तार से जानते है कौन से पौधे है।
खेत के किनारे जरूर लगाएं ये 2 पौधे
खेत में लगी फसल को नीलगाय से सुरक्षित रखने के लिए ये पौधे खेत के किनारे जरूर लगाने चाहिए। ये पौधे न केवल नीलगाय को खेत से दूर रखने के काम आते है बल्कि इसके पोषक तत्व खेत की मिट्टी को भी उपजाऊ और पोषक तत्व से भरपूर करते है जिससे खेत में लगी फसल का उत्पादन बहुत जबरदस्त होता है। इन पौधों को खेत के किनारे लगाने से कमाई भी बहुत शानदार होती है क्योकि इनकी डिमांड बाजार में खूब होती है। तो चलिए जानते है कौन से पौधे है।
ढैंचा का पौधा
आप अपने खेत के किनारे ढैंचा का पौधा लगा सकते है ढैंचा एक हरी खाद वाली फसल है ढैंचा का पौधा खेत के किनारे लगाने से जंगली जानवर खेत के आस पास भी नहीं भटकते है। ये न केवल जानवरों को खेत से दूर रखने के लिए लाभकारी साबित होता है बल्कि मिट्टी की उर्वरा शक्ति को भी खूब बढ़ता है इसकी डिमांड बाजार में बहुत होती है क्योकि इसका इस्तेमाल हरी खाद के लिए होता है। ढैंचा की पत्तियों में नाइट्रोजन का रस काफ़ी मात्रा में होता है।
तिल का पौधा
खेत की किनारे तिल का पौधा भी लगाया जा सकता है। तिल की फसल को नीलगाय खाना पसंद नहीं करती है ऐसे में फसलों की बर्बादी भी नहीं होती है। तिल के पौधे को खेत के किनारे लगाने से नीलगाय खेत के अन्दर नहीं घुस पाती है तेल के बीजों की डिमांड बाजार में बहुत होती है। इसके बीज बाजार में महंगे बिकते है और आप इसके पौधे को खेत के किनारे लगाकर नीलगाय को खेत से दूर रखने और जबरदस्त कमाई दोनों के लाभ कमा सकते है। इसलिए इस पौधे को खेत के किनारे जरूर लगाना चाहिए।