किसानों को खेत के किनारे ये पेड़ जरूर लगाना चाहिए क्योकि इस पेड़ को खेत के किनारे लगाने से जंगली जानवर खेत में नहीं घुसपाते है और कमाई भी होती है। तो चलिए विस्तार से जानते है कौन सा पेड़ है।
खेत में जानवरों की होगी नो एंट्री
ये पेड़ किसानों के लिए बहुत ज्यादा लाभ का साबित होता है क्योकि इस पेड़ को खेत के चारों तरफ लगाने से न केवल बंपर कमाई होती है बल्कि नीलगाय और कई जंगली जानवर भी खेत में नहीं घुसते है ये पेड़ खेत की बाउंड्री में लगाने के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है इस पेड़ की लकड़ी मार्केट में बहुत डिमांडिंग होती है क्योकि इसकी लकड़ियों से कई मजबूत चीजें बनती है जो बाजार में बहुत बिकती है ये एक पेड़ किसानों को दो फायदे देता है तो चलिए जानते है कौन सा पेड़ खेत के किनारे बाउंड्री में लगाना है।
किसान खेत के किनारे लगाएं ये पेड़
खेत के किनारे लगाने के लिए हम आपको सागवान के पेड़ के बारे में बता रहे है सागवान के पेड़ को खेत की बाउंड्री में लगाने से जंगली जानवर खेत में नहीं घुसते है जिससे खेत में लगी फसल जंगली जानवरों से सुरक्षित रहती है। सागवान का पेड़ किसानों के लिए कमाई का भी एक बहतरीन जरिया है इस पेड़ की लकड़ियों का इस्तेमाल जहाज निर्माण, इनडोर और आउटडोर फर्नीचर, फर्निशिंग, फर्श, खिड़कियां और दरवाजे को बनाने के होता है सागवान की लकड़ियों से बनी चीजें बहुत मजबूत होती है इसलिए इसकी डिमांड बाजार में बहुत होती है। सागवान के पेड़ को खेत के किनारे जरूर लगाना चाहिए
सागवान की खेती
सागवान की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है सागवान की खेती के लिए अच्छी जल निकास वाली उपजाऊ मिट्टी अच्छी होती है इसके पौधे पहले नर्सरी में तैयार किये जाते है फिर खेत में रोपाई की जाती है सागवान के पौधों को 8 से 10 फ़ीट की दूरी पर लगाना चाहिए। इसकी खेती में गोबर की खाद का उपयोग जरूर करना चाहिए। सागवान के पेड़ रोपाई के बाद करीब 8 से 10 साल में तैयार हो जाते है।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।