अगर मूंगफली की खेती से ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो आइए आपको ज्यादा उत्पादन पाने की जानकारी देते हैं-
मूंगफली की खेती
मूंगफली सेहत के लिए फायदेमंद है, मूंगफली प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, मूंगफली के सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा कम किया जा सकता है, शरीर को पोषण देने वाली ये सस्ती स्वस्थ फसल है, जिसकी वजह से साल भर इसकी अच्छी मांग रहती है, किसानों को उचित दाम भी मिलते हैं, इसकी खेती से बंपर उत्पादन भी लिया जा सकता है, बस कुछ बातों का ध्यान रखना होगा, तो आइए इस लेख में जानते हैं कि किन बातों का ध्यान रखकर मूंगफली का उत्पादन 16 से 18% तक बढ़ाया जा सकता है और फसल को बेहतर बनाया जा सकता है
दीमक को खत्म करने वाली ये चीज मिलाये
मूंगफली की खेती करने वाले कई किसानों को दीमक की समस्या से जूझना पड़ता है, जिससे बड़ा नुकसान होता है, अगर आप इस समस्या से बचना चाहते हैं तो सस्ते देसी जुगाड़ अपना सकते हैं। जिसमें मिट्टी में नीम की खली मिलाएं। इससे फसल को काटने के साथ-साथ बीमारी से भी बचाव होता है और उत्पादन में 16 से 18% की बढ़ोतरी होती है जिसमें एक हेक्टेयर में 400 किलो नीम की खली की जरूरत होती है। नीम की खली मिट्टी को बेहतर बनाती है, और दीमक की समस्या को भी खत्म करती है।

मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए खाद
मूंगफली की खेती से ज्यादा उत्पादन लेने के लिए मिट्टी को उपजाऊ बनाना पड़ता है जिसमें आप गोबर की खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक हेक्टेयर में 5 टन सड़ी हुई गोबर की खाद का इस्तेमाल करके मिट्टी को मजबूत बनाया जा सकता है। इसकी जल धारण करने की क्षमता बढ़ेगी और पौधों को कई तरह के पोषक तत्व मिलेंगे।
खरपतवार निकालते रहते हैं
किसी भी फसल में खरपतवार निकालते रहना चाहिए नहीं तो खरपतवार मुख्य फसल को दबा देते हैं, उसका पोषण छीनने लगते हैं और कीड़े बढ़ जाते हैं, बीमारियां भी पहले जैसी ही समस्या बन जाती हैं। मूंगफली की बात करें तो इसकी खेती में दो बार निराई-गुड़ाई करनी चाहिए, जिसमें फूल आने के समय निराई-गुड़ाई करनी चाहिए और जब कीट जमीन में जाने लगे तब निराई-गुड़ाई करनी चाहिए, इससे खरपतवार नहीं निकलेंगे। अगर आपके खेत में बहुत खरपतवार है तो दो बार निराई-गुड़ाई करनी चाहिए। कीटनाशक का छिड़काव करें, इससे भी खरपतवार से छुटकारा मिलेगा।