लहसुन कंद फटने की समस्या किसानों को आ सकती है तो चलिए इस लेख में जानते हैं किसान अपनी फसल को कैसे बचाएं-
लहसुन का कंद फटने की समस्या
लहसुन की खेती करने वाले किसानों को पता ही है कि लहसुन का कंद फटना एक बड़ी समस्या है। इससे लहसुन की कली उग नहीं पाती है और तना भी फट जाता है। लहसुन की खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा है, क्योंकि साल भर लहसुन की डिमांड बनी रहती है। लेकिन अगर लहसुन का कंद फट जाए तो किसानों को घाटा हो सकता है। इसलिए इस लेख में जानते हैं कि लहसुन के कंद का विकास कैसे होगा और उसे फटने से कैसे बचाएं।
कैसे जाने फसल में यह समस्या आएगी
किसान पहले ही जान सकते हैं कि क्या उनके लहसुन के कंद फटने की समस्या आ सकती है। जिसके लिए उन्हें लहसुन की गर्दन पर देखना होगा, अगर गर्दन मोटी हो रही है तो समझ लीजिए कि उसका कंद फट सकता है। कंद फटने की समस्या कई वैरायटी में आती है और इसके कुछ अन्य कारण भी होते हैं। जैसे कि नाइट्रोजन की अधिकता या तनाव की स्थिति तो चलिए आपको बताते हैं कि कैसे अपनी फसल को बचाएं।
यहाँ जाने समाधान
अगर लहसुन की गर्दन मोटी दिखाई दे रही है तो नाइट्रोजन डालना बंद कर देना चाहिए। 80 से 90 दिन में यह समस्या देखने को मिल जाती है। यहां पर कृषि विशेषज्ञ ने यह समाधान बताया है कि एनपीके 0:52:34 या एनपीके 0:0:50 @ 5 ग्राम एक लीटर पानी, सूक्ष्म पोषक तत्व का मिश्रण @ 1-2 ग्राम एक लीटर पानी या बोरोन @ 2 ग्राम एक लीटर पानी में मिलाकर इस्तेमाल करें।
इसके अलावा सिंचाई का ध्यान रखना है। फसल को तनाव नहीं आना चाहिए। इसलिए मिट्टी में नमी बना कर रखें। इससे किसानों को फायदा होगा। फसल अच्छी होगी। कंद का विकास भी बढ़िया होगा। गुणवत्ता भी बेहतर होगी। कीमत भी बढ़िया मिलेगी।