LPG Cylinder Rate: एलपीजी (लिक्विफाइड पेट्रोलियम गैस) सिलेंडर के नए रेट 1 जून 2025 से लागू हो गए हैं. इस बार 19 किलो वाले कमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में कटौती की गई है. दिल्ली से लेकर कोलकाता तक यह सिलेंडर अब करीब ₹25 सस्ता हो गया है. हालांकि घरेलू उपयोग में आने वाले 14 किलो वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में क्या हैं नए रेट
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन द्वारा जारी ताजा रेट के अनुसार दिल्ली में अब 19 किलो वाला कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर ₹1723.50 में मिलेगा, जो पहले ₹1747.50 में उपलब्ध था. यानी 24 रुपये की सीधी राहत मिली है.
- कोलकाता में अब यही सिलेंडर ₹1826 का हो गया है. जबकि पहले ₹1851.50 में बिक रहा था.
- मुंबई में जून से सिलेंडर का रेट ₹1699 से घटकर ₹1674.50 हो गया है.
- चेन्नई में यह अब ₹1881 में मिलेगा. जबकि पहले रेट ₹1906 था.
घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दाम अभी भी पुराने
जहां कमर्शियल सिलेंडर के रेट घटाए गए हैं. वहीं 14 किलो वाला घरेलू एलपीजी सिलेंडर अभी 8 अप्रैल 2025 के रेट पर ही बिक रहा है.
- दिल्ली में यह सिलेंडर अभी भी ₹853 में उपलब्ध है.
- कोलकाता में ₹879,
- मुंबई में ₹852.50,
- चेन्नई में ₹868.50 रुपये में बिक रहा है.
LPG सिलेंडर की कीमत कैसे तय होती है?और जानें
कमर्शियल सिलेंडर के रेट अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत, डॉलर के रेट और डिमांड-सप्लाई पर आधारित होते हैं. इसी कारण इनके रेट महीने-दर-महीने बदलते रहते हैं. उदाहरण के लिए:
- अप्रैल 2025 में दिल्ली में रेट ₹1764.50 था.
- मई में घटकर ₹1747.50 हुआ और अब जून में ₹1723.50 हो गया है.
घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतें सरकार द्वारा तय की जाती हैं और इन्हें अक्सर लंबे समय तक स्थिर रखा जाता है. मार्च 2024 तक दिल्ली में घरेलू सिलेंडर ₹803 में मिलता था. जिसे अप्रैल 2025 में ₹50 बढ़ाकर ₹853 कर दिया गया.
देश के प्रमुख शहरों में घरेलू सिलेंडर के मौजूदा रेट (₹ में)
शहर | रेट (₹) |
---|---|
पटना | 942.5 |
लखनऊ | 890.5 |
जयपुर | 856.5 |
आगरा | 865.5 |
मेरठ | 860 |
गाजियाबाद | 850.5 |
इंदौर | 881 |
भोपाल | 858.5 |
लुधियाना | 880 |
वाराणसी | 916.5 |
गुरुग्राम | 861.5 |
अहमदाबाद | 860 |
पुणे | 856 |
हैदराबाद | 905 |
बेंगलुरू | 855.5 |
कमर्शियल और घरेलू LPG रेट में अंतर क्यों?
कमर्शियल सिलेंडर का उपयोग होटलों, रेस्तरां और व्यापारिक संस्थानों में होता है, इसलिए इसकी कीमतें बाजार आधारित रहती हैं. वहीं घरेलू सिलेंडर पर सरकार की सब्सिडी और नियंत्रण रहता है. जिससे आम उपभोक्ताओं पर सीधा असर न पड़े.
अब आगे क्या?
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार की चाल और मुद्रा विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव के चलते आने वाले महीनों में भी एलपीजी रेट में बदलाव संभव है. फिलहाल कमर्शियल उपयोगकर्ताओं के लिए यह राहतभरी खबर है. जबकि घरेलू उपभोक्ता अभी भी अप्रैल वाले रेट पर ही सिलेंडर ले रहे हैं.