महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने बुधवार को सोशल मीडिया के ऊपर एक पोस्ट शेयर किया है उन्होंने वीकेंड के ऊपर एक फिल्म देखि और उसके बाद में फिल्म की तारीफों के पुल बांधते हुए दिख रहे है यह फिल्म विकांत मैसी अभिनीत और विधु विनोद चोपड़ा द्वारा निर्देशित है इस फिल्म को देखने के बाद में आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीट में लिखा है अगर आपको इस साल कोई भी फिल्म देखनी है तो इसे देखे, उन्होंने आगे ‘क्यों’ का जवाब भी दिया।
किसी को ये फिल्म क्यों देखनी चाहिए। पहला-प्लॉट, दूसरा- अभिनय और तीसरा-नैरेटिव स्टाइल यानी कहानी कहने का तरीका। उन्होंने यहां तक कह दिया कि विक्रांत मैसी के अभिनय में नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीतने वाले सारे गुण हैं आइए आपको बताते हैं कि आनंद महिंद्रा ने फिल्म की तारीफ में क्या कहा बताते है।
फिल्म को क्यों देखें?
आनंद महिंद्रा का कहना है कि पहला कारण है प्लॉट। वही बकौल महिंद्रा, “यह कहानी देश के रियल लाइफ हीरोज की स्टोरी पर आधारित है। न केवल नायक की, यह कहानी है देश के लाखों युवाओं की जिन्हें सफलता की भूख है और संभवत: दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक को पास करने के लिए कही विपरीत परिस्थितियों से टकराते हैं।”
दूसरा कारण अभिनय है। उन्होंने कहा, “विधु विनोद चोपड़ा ने कलाकारों के चयन में बेहतरीन काम किया है। हर कलाकार अपने किरदार में जचता है और वे…एक जोशिली परफॉर्मेंस देते हैं। लेकिन विक्रांत मैसी ने अद्भुत अभिनय किया है जो उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीतने योग्य पात्र बनाता है। वह अभिनय नहीं कर रहे थे, वह उस किरदार को जी रहे थे।”
तीसरा कारण है नेरेटिव स्टाइल- महिंद्रा ने कहा, “विधु चोपड़ा हमें याद दिलाते हैं कि महान सिनेमा महान कहानियों से है। यही सत्य है, कोई स्पेशल इफेक्ट एक अच्छे से कही गई कहानी की सहजता और गुणवत्ता का मुकाबला नहीं कर सकता है, उन्होंने आगे लिखा, “मिस्टर चोपड़ा, ये दिल इस तरह की और फिल्में चाहता हैं।”
विक्रांत मैसी का रिएक्शन
फिल्म के मुख्य किरदार विक्रांत मेसी से आनद महिंद्रा कि पोस्ट पर रिएक्शन देते हुए लिखा है, हमारे प्रयासों के लिए आपकी सराहना और दूसरों को ये फिल्म देखने का सुझाव मेरे लिए बहुत मायने रखता है। मैं आश्वस्त हूं कि हमारी टीम का हर सदस्य भी मेरी इस बात से सहमत होगा। आपने भी अपने कार्यों से लाखों लोगों को प्रभावित किया है। शायद हम दोनों ने कुछ बहुत सही किया, आपका धन्यवाद।