MCX Gold Rate : सोने के दामों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। गोल्ड प्राइस बुधवार को 3 पर्सेंट से ज्यादा लुढ़ककर 4007 डॉलर प्रति औंस के नीचे पहुंच गए। दो दिन में गोल्ड के हाजिर भाव में करीब 8 पर्सेंट की गिरावट आई। वहीं दूसरी ओर MCX पर सोने के दामों में पिछले बंद स्तर के मुकाबले 6% की बड़ी गिरावट आई है-
सोने के दामों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार शाम के सत्र में मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का दिसंबर वायदा कॉन्ट्रैक्ट तेज़ गिरावट के साथ 124,423 रुपये प्रति 10 ग्राम पर खुला और गिरकर 120,575 रुपये पर पहुंच गया।
यह 10 अक्टूबर 2025 के बाद का सबसे निचला स्तर है। MCX पर सोने के दामों में पिछले बंद स्तर के मुकाबले 6% की बड़ी गिरावट आई है।
2 दिन में करीब 8% लुढ़क गया सोने का हाजिर दाम
सोने के स्पॉट प्राइसेज (हाजिर भाव) में बुधवार को भी गिरावट आई है। गोल्ड प्राइस बुधवार को 3 पर्सेंट से ज्यादा लुढ़ककर 4007 डॉलर प्रति औंस के नीचे पहुंच गए। दो दिन में गोल्ड के हाजिर भाव में करीब 8 पर्सेंट की गिरावट आई। गोल्ड प्राइसेज 13 अक्टूबर के बाद से अपने निचले स्तर पर जा पहुंचे हैं। मंगलवार को गोल्ड प्राइसेज में 5 पर्सेंट से ज्यादा की गिरावट आई। 12 साल में यह एक दिन की सबसे तेज गिरावट थी।
एक्सपर्ट बोले- प्रॉफिट बुकिंग से सोने के दाम में तेज गिरावट
एमसीएक्स (MCX) पर गोल्ड का मॉर्निंग ट्रेडिंग सेशन दिवाली बलिप्रतिपदा के मौके पर बंद रहा और ट्रेडिंग शाम को शुरू हुई। सोने की कीमतों में आई इस तेज गिरावट ने बुलियन ट्रेडर्स को हैरान किया। एक्सपर्ट्स का मानना है कि धुआंधार तेजी के बाद प्रॉफिट बुकिंग की वजह से सोने के दाम में यह तेज गिरावट आई है। सोने के दाम करीब 72 पर्सेंट उछलकर अपने हाइएस्ट लेवल पर पहुंच गए थे।
बुधवार को गोल्ड प्राइसेज (gold prices) में आई गिरावट 5 साल में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। 132,294 रुपये के हालिया हाई से सोने के दाम प्रति 10 ग्राम 12,000 रुपये टूट गए हैं। प्रॉफिट बुकिंग (profit booking) के अलावा अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड टेंशन कम होने से इनवेस्टर्स की जोखिम उठाने की क्षमता बढ़ी है, जिसकी वजह से भी गोल्ड प्राइसेज में नरमी देखने को मिल रही है।
बुधवार को सोने की कीमतों (sone ki keematein) में 5 साल में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। हालिया उच्च स्तर 132,294 रुपये से दाम प्रति 10 ग्राम 12,000 रुपये टूट गए हैं। इस गिरावट का मुख्य कारण प्रॉफ़िट बुकिंग और अमेरिका-चीन ट्रेड (US-China trade) टेंशन कम होने से निवेशकों का जोखिम उठाने की ओर बढ़ना है, जिससे सुरक्षित निवेश (गोल्ड) की मांग घटी है।

 
			 
                                 
                              
		 
		 
		 
		