MCX Gold Rate : सोने के दामों में रिकॉर्ड बढ़ौतरी के बाद लगातार गिरावट जारी है। सोने के दाम गिरकर एक माह के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। ऐसे में एक ओर शेयर बाजार गिर रहा है तो दूसरी और सोने की चमक भी फिकी पड़ गई है। ऐसे में सोने के दाम (Gold Rate) गिरने से निवेशकों की भी चिंता बढ़ गई है।
सोने के दामों में लगातार बढ़ौतरी के बाद गिरावट का दौर शुरू हो चुका है। सोना गिरकर एक माह के निचले स्तर पर चला गया है। सोने में आने वाले दिनों में कितनी गिरावट आएगी, इसको लेकर भी अनुमान सामने आए हैं। वहीं, एक्सपर्ट्स ने भी सोने के दामों ( MCX Gold Rate) को लेकर भविष्यवाणी की है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरा सोना
सोने के दामों में टैरिफ वॉर ने दबाव बना है। चीन के अमेरिका पर टैरिफ लगाने से बाजार में मुनाफावलूसी से भाव गिरे है। COMEX पर सोना 3000 डॉलर प्रति औंस से नीचे आ गया है। ऐसे में सोने के दाम गिरने से निवेशकों में चिंता बढ़ गई है।
इस वजह से धड़ाम हुआ सोना
अंत्तरराष्ट्रीय बाजार को अमेरिका में मंदी की आशंका है। वहीं, बाजार को अमेरिका में मंहागाई बढ़ने की भी आशंका है। वहीं, अमेरिका में बाजार दरें घटने की उम्मीद बहुत कम है। ट्रंप के टैरिफ से ग्लोबल महंगाई बढ़ सकती है। हाल ही में अमेरिका ने चीन पर 34 प्रतिशत टैरिफ लगाया है।
कॉमेक्स एमसीएक्स पर गिरे दाम
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स पर 1 महीने में सोने के दाम निचले स्तर पर आ गए हैं। चीन की ओर से अमेरिका पर टैरिफ लगाया गया है। इससे बाजार में मुनाफावलूसी से भाव गिर गए हैं। कॉमोडिटी एक्सचेंज पर सोना 3000 डॉलर प्रति औंस से नीचे आ गया है।
वहीं, एमसीएक्स पर सोना 88,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के नीचले स्तर पर चला गया है। इसी तरह एमसीएक्स पर चांदी 4 महीनों के निचले स्तर पर पहुंची है। कॉमेक्स पर चांदी 30 डॉलर नीचे आई है तो एमसीएक्स पर चांदी 88,800 रुपये नीचे चली गई है।
एक्सपर्ट ने बताया, आगे क्या रहेंगे दाम
मेटल्स फोकस के सीनियर कंसल्टेंट हर्षल बारोट का अनुमान है कि सोने पर टैरिफ का असर दिख रहा लै, लेकिन सोना 2900 डॉलर प्रति औंस से नीचे जाता नहीं दिख रहा है। अचानक से 2500 से 2800 डॉलर प्रति औंस का भाव आने की गुंजाइश नहीं है। हालात सुधरने पर सोने (Gold Rate) की कीमतों में गिरावट आएगी।
आगे कितना महंगा हो सकता है सोना
बारोट का अनुमान है कि आगे मौजूदा हालात में सोना 3300 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है। टैरिफ निगोसिएशन, अनिश्चितता खत्म होने पर दाम और गिर सकते हैं। फिर अगले छह महीने में हो सकता है सोना 2800 या इससे नीचे चला जाए।
फिर लौटेंगे खरीदार
वहीं, राजेश रोकड़े के अनुसार सोने की कीमतों में गिरावट से सोने की खरीदारी के लिए निवेशक दौबारा लौटेंगे। उनके अनुसा सोने की कीमतों में गिरावट कुछ ही समय की है। बाद में फिर से दाम बढ़ेंगे ही।