Property Buying Tips : हर किसी का सपना होता है कि उनका एक खुद का घर हो, लेकिन अक्सर लोग इस बात में कनफ्यूज रहते हैं कि वे मेट्रो सिटी में फ्लैट की खरीदी करें या फिर उनके लिए किसी छोटे शहर में प्लॉट (Property in Delhi And NCR) की खरीदी करना फायदेमंद रहने वाला है। ऐसे में आइए जानते हैं उनके लिए किसमें ज्यादा मुनाफा रहने वाला है।
अगर आप पहली बार प्रॉपर्टी की खरीदी करने जा रहे हैं तो ये खबर आपके काफी काम की हो सकती है। आज हम आपको इस खबर के माध्यम से इस बारे में जानकारी देने जा रहे हैं कि Metro City (Metro City Property Price) में खरीदें फ्लैट खरीदना ज्यादा लाभकारी रहने वाला है या फिर किसी छोटे शहर में प्लॉट खरीदना फायदेमंद रहने वाला है। खबर में जानिये इस बारे में पूरी जानकारी।
सर्वे में आई जानकारी सामने
जारी की गई एक रिपोर्ट के अनुसार पहली बार निवेश करने वाले लोग प्लॉट की खरीदी करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। ऐसा इस वजह से हो रहा है क्योंकि प्लॉट की कीमत (Plotted developments) बढ़ने की उम्मीद ज्यादा होती है और उनसे लंबे समय में अच्छा रिटर्न मिल जाता है। जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक कुछ महीने पहले 2,200 घर खरीदारों पर एक सर्वे कर दिया गया था। इस सर्वे के अनुसार, 58 प्रतिशत लोगों ने प्लॉट में निवेश करना पसंद आ रहा है। इसके बाद 17.1 प्रतिशत लोगों ने कमर्शियल स्पेस का चयन किया है।
जमीन की कीमत है कम
टियर-1 शहरों की तुलना में, टियर-2 शहरों में जमीन की कीमतें अब भी काफी कम रही है। यह कम कीमत एक बड़े वर्ग के लिए जमीन की खरीदी करने को काफी ज्यादा आसान बना देती है। इसके अलावा, जमीन की कीमत (Land Price in Delhi NCR) में बढ़ौतरी दर्ज की जाने की उम्मीद है। ऐसे में अपार्टमेंट की तुलना में कहीं अधिक होती है, जिससे यह एक आकर्षक निवेश विकल्प बन जाता है।
घर का इंटीरियर की नहीं है सुविधा
अपार्टमेंट में फ्लैट को लेने पर लोगों को अपने मन के अनुसार घर का इंटीरियर कराने की सुविधा नहीं होती है। इसके अलावा प्लॉट खरीदने वाले लोगों को अपने घर को अपनी पसंद और जरूरतों के मुताबिक डिजाइन (Metro cities In Delhi) करने और बनाने की पूरी आजादी रहती है। लोग अपने लाइफस्टाइल के हिसाब से घर को बना सकते हैं। यह विकल्प उन लोगों के लिए एक बहुत आकर्षित विकल्प बनकर सामने आ रहा है। भीड़-भाड़ वाले अपार्टमेंट जीवन के बजाय एक स्वतंत्र और खुली जगह की डिमांड कर रहे हैं।
प्लॉट में निवेश करने का कारण
टियर-2 शहरों में बुनियादी ढांचा तेजी से सुधर कर रहा है। यहां पर बेहतर सड़कें, मेट्रो कनेक्टिविटी और अन्य नागरिक सुविधाएं इन शहरों को रहने के लिए अधिक सुविधाजनक बनकर सामने आ रहा है। दिल्ली-एनसीआर के पास के शहर, (Real Estate Market in India) जैसे सोनीपत और भिवाड़ी, इस हिसाब से ये विकास का सबसे अच्छा उदाहरण रहा है। यहां बेहतर कनेक्टिविटी ने प्लॉट की डिमांड को भी बढ़ा दिया है।
मध्यमवर्गीय आबादी की आय में वृद्धि
भारत के छोटे शहरों में मध्यमवर्गीय आबादी की आय में वृद्धि दर्ज की जा रही है। इसके साथ ही, महामारी के बाद लोग एक बेहतर और शांत जीवनशैली की तलाश में रहा है। टियर-2 शहर (Plot in 2 Tier City) कम प्रदूषण, कम भीड़ और एक बेहतर सामुदायिक माहौल बनकर ये सामने आ रहा है। जोकि लोगों को आकर्षित कर रहा है। इसके अलावा, वर्क-फ्रॉम-होम कल्चर ने भी लोगों को इन शहरों में स्थायी निवास बनाने के लिए प्रेरित कर दिया है।
बड़े रियल एस्टेट डेवलपर्स भी अब इन उभरते बाजारों में निवेश की ओर अपनी इच्छा प्रकट कर रहे हैं। प्लॉटेड डेवलपमेंट (plotted development) में अपार्टमेंट की तुलना में शुरुआती लागत कम रहेगी। वहीं नकदी प्रवाह तेजी से होता है, इसकी वजह से यह डेवलपर्स के लिए भी एक आकर्षक मॉडल बनकर सामने आ रहा है।
प्लॉट खरीदने पर जमीन का एकमात्र मालिक बनेगा व्यक्ति
पारंपरिक अपार्टमेंट और प्लॉटेड डेवलपमेंट के बीच का चुनाव व्यक्तिगत प्राथमिकताओं और वित्तीय लक्ष्यों पर निर्भर करता है। ऐसे में, प्लॉटेड डेवलपमेंट (plotted development) के कई लाभ हैं जोकि इसे काफी ज्यादा लाभ हो रहा है।
प्लॉट खरीदने पर व्यक्ति उस जमीन का एकमात्र मालिक बनकर सामने आ जाता है। अपार्टमेंट में मासिक मेंटनेंस चार्ज का भुगतान करना पड़ रहा है। हालांकि प्लॉट पर यह लागत बहुत कम रहने वाली है। जमीन की कीमत (Property Price in Delhi) समय के साथ बढ़ती है, इसकी वजह से ये एक मजबूत निवेश बनकर सामने आ रहा है। ऐसे में आप अपनी सुविधा के मुताबिक निर्माण कार्य शुरू किया जाने वाला है और उसे अपनी पसंद से पूरा किया जा सकता है।
इन सबको मिलकर टियर-2 शहरों (Tier-2 cities) को रियल एस्टेट के लिए एक नया केंद्र बनाकर सामने आ रहा है। यहां पर प्लॉटेड डेवलपमेंट की डिमांड में लगातार बढ़ रहा है। इसकी वजह से लोगों को एक बेहतर, स्वतंत्र और अनुकूलित जीवनशैली का मौका मिलने वाला है।
