MP के किसानों को पावर टिलर पर भारी सब्सिडी मिल रही है। आइए जानते हैं कि इस योजना का फायदा कैसे मिलेगा।
खेती में पावर टिलर का इस्तेमाल
खेती में पावर टिलर का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जा सकता है। यह छोटे और बड़े दोनों तरह के खेतों में काम आता है। छोटे किसानों के लिए तो यह किसी वरदान से कम नहीं है। पावर टिलर की मदद से किसान खेत की तैयारी कर सकते हैं। खरपतवार निकालने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है। फल और सब्जी की खेती करने वाले किसान भी इसकी मदद से निराई-गुड़ाई कर सकते हैं, जिससे मिट्टी की गुणवत्ता बेहतर होती है।
जिन जगहों पर ट्रैक्टर नहीं पहुंच पाता है, या जहां जगह कम होती है, वहां किसान पावर टिलर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसे चलाना आसान होता है और इसमें डीजल का खर्च भी ट्रैक्टर की तुलना में कम आता है। इसकी मदद से किसान बीज बोने की मशीन लगाकर बुवाई और दवा का स्प्रे भी कर सकते हैं।
MP में पावर टिलर पर कितनी सब्सिडी मिल रही है
मध्य प्रदेश में पावर टिलर पर 45 से 55 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। जिन किसानों के पास 5 एकड़ से ज्यादा जमीन है, उन्हें 45 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है। वहीं जिन किसानों के पास 5 एकड़ से कम जमीन है, उन्हें 55 प्रतिशत सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है।
पावर टिलर पर सब्सिडी कैसे मिलेगी
पावर टिलर पर सब्सिडी लेने के लिए MP के किसानों को mpfsts.mp.gov.in पोर्टल पर जाकर पंजीयन करना होगा। इसके बाद ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन के पश्चात लॉटरी सिस्टम के जरिए किसानों का चयन किया जाएगा। चयन होने के बाद किसान अधिकृत कंपनी से पावर टिलर खरीद सकते हैं। बाजार में पावर टिलर की कीमत लगभग ₹70,000 से लेकर ₹1,50,000 तक होती है। सब्सिडी मिलने पर किसानों को ₹80,000 तक का अनुदान प्राप्त हो सकता है, जिससे वे कम कीमत में पावर टिलर खरीद पाएंगे।
