MP के किसानों को बीज यूनिट और भंडारण इकाई लगाने के लिए सरकार 40 लाख रुपये तक की सब्सिडी दे रही है। आइए आपको हैं कि इसका फायदा कैसे और किसे मिलेगा।
बीज यूनिट और भंडारण इकाई से किसानों को फायदा
बीज यूनिट और बीज भंडारण इकाई लगाई जाती है, तो किसानों को बहुत अधिक लाभ होगा। किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज मिलेंगे, जिससे अच्छी पैदावार होगी। साथ ही ये बीज कम दामों में उपलब्ध होंगे, क्योंकि बाहर से बीज मंगाने में लागत बढ़ जाती है। यदि किसानों को स्थानीय स्तर पर बीज मिलते हैं, तो उनकी गुणवत्ता भी अच्छी होगी और क्षेत्र के अनुसार बेहतर बीज तैयार होंगे। इससे उत्पादन भी अधिक मिलेगा।
इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन के तहत इस योजना को शुरू किया गया है। इसके अंतर्गत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण एवं बीज भंडारण इकाई के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आइए जानते हैं कि कितना अनुदान मिलेगा।
बीज प्रसंस्करण और भंडारण इकाई में कितना अनुदान मिलेगा
बीज प्रसंस्करण और भंडारण इकाई की स्थापना के लिए 40 लाख रुपये तक की सब्सिडी दी जा रही है, जिससे कम खर्च में इसकी स्थापना की जा सके। इस योजना का लाभ किसान उत्पादक संगठन और बहु-राज्य सहकारी समितियों के सदस्य उठा सकते हैं। जो किसान बीज उत्पादन का कार्य 2 वर्ष या उससे अधिक समय से कर रहे हैं, वे इस योजना से जुड़ सकते हैं। आइए जानते हैं कि सब्सिडी का लाभ कैसे मिलेगा।
कैसे मिलेगा योजना का फायदा
इस योजना के अंतर्गत 1 टन प्रति घंटा क्षमता का बीज प्रसंस्करण संयंत्र एवं 500 मीट्रिक टन क्षमता का बीज भंडारण गोदाम बनाने के लिए 50 प्रतिशत, यानी 40 लाख रुपये तक की सहायता मिलेगी। आवेदन 29 दिसंबर 2025 तक किया जा सकता है।
योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए कृषि विभाग की आधिकारिक वेबसाइट mpkrishi.mp.gov.in पर जा सकते हैं। आवेदन फार्म कार्यालय समय में संचालक, किसान कल्याण तथा कृषि विकास कार्यालय में जमा करना होगा। इस योजना से छोटे किसानों को भी लाभ होगा और बड़े किसानों के लिए यह आमदनी का अच्छा जरिया बनेगी।
