पैडी हार्वेस्टर केंद्र की स्थापना के लिए सरकार 40 प्रतिशत तक अनुदान दे रही है। आइए जानते हैं किसे मिलेगा फायदा।
पैडी हार्वेस्टर केंद्र पर अनुदान
जिस स्थान पर धान की कटाई और उससे जुड़े कार्य किए जाते हैं, उस प्रकार की सेवाएं देने वाले केंद्र को पैडी हार्वेस्टर केंद्र या धान कटाई केंद्र कहा जाता है। यहां किसानों को धान काटने की मशीनें उपलब्ध कराई जाती हैं। किसान यहां से मशीनें खरीद भी सकते हैं या किराए पर भी ले सकते हैं।
यदि ऐसे केंद्र स्थापित हो जाते हैं, तो किसानों को कम दामों में महंगे कृषि यंत्रों का उपयोग करने का मौका मिलता है। यहां पावर रीपर, कंबाइन हार्वेस्टर जैसी मशीनें उपलब्ध होती हैं, जिन्हें किसान ऑनलाइन बुक कर सकते हैं या कैश ऑन डिलीवरी के माध्यम से भी ले सकते हैं।
संचालनालय कृषि अभियांत्रिकी, मध्य प्रदेश, भोपाल द्वारा पहली हार्वेस्टर केंद्र की स्थापना के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र मांगे गए हैं। इसमें अधिकतम 40 प्रतिशत तक, यानी 10 लाख रुपए तक सब्सिडी दी जाएगी।
किसे मिलेगा पैडी हार्वेस्टर केंद्र के लिए अनुदान
जो लोग पैडी हार्वेस्टर केंद्र खोलना चाहते हैं, उन्हें बता दें कि योजना के अनुसार एक परिवार के केवल एक व्यक्ति को ही इस योजना का लाभ दिया जाएगा। योजना के तहत पांच सामान्य वर्ग, दो अनुसूचित जाति और तीन अनुसूचित जनजाति के किसानों को लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है।
यह योजना भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल, जबलपुर, चंबल और ग्वालियर संभागों के जिलों में लागू होगी। साथ ही सागर संभाग के दमोह और अशोकनगर जिलों में आने वाले पात्र व्यक्तियों को भी इसका लाभ दिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि एक हार्वेस्टर केंद्र की स्थापना पर लगभग 30 लाख रुपए का खर्च आता है। इसमें आवेदन करने पर 40 प्रतिशत, यानी अधिकतम 10 लाख रुपए तक का अनुदान क्रेडिट लिंक्ड बैंक एंडेड सब्सिडी के रूप में मिलेगा।
पैडी हार्वेस्टर केंद्र के लिए अनुदान कैसे मिलेगा
पैडी हार्वेस्टर केंद्र पर अनुदान लेने के लिए 30 दिसंबर तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। आवेदन करने के लिए http://www.chc.mpdage.org/ पोर्टल पर जाना होगा। आवेदन के साथ 1 लाख रुपए की धरोहर राशि बैंक ड्राफ्ट के रूप में जमा करनी होगी। केंद्र की स्थापना के बाद भौतिक सत्यापन होने पर यह राशि वापस कर दी जाएगी। सत्यापन की प्रक्रिया जिले में 2 जनवरी 2026 तक पूरी की जाएगी। यदि आप अपने क्षेत्र में धान कटाई केंद्र खोलना चाहते हैं, तो सरकार की इस योजना के तहत अनुदान का लाभ ले सकते हैं।
