MP Kisan News: मध्य प्रदेश कृषि सिंचाई योजना राज्य के किसानों को कृषि उत्पादन बढ़ाने और सूखा, जलवायु परिवर्तन, और अन्य प्राकृतिक समस्याओं से निपटने के लिए जल संसाधनों का बेहतर उपयोग करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को सिंचाई के आधुनिक उपायों के जरिए समृद्धि और स्थिरता प्रदान करना है, ताकि वे अपनी कृषि भूमि से अधिकतम उत्पादन प्राप्त कर सकें।
1. सिंचाई की सुविधा बढ़ाना: राज्य में सिंचाई की सुविधाओं को बढ़ावा देना ताकि किसानों को अधिक जल उपलब्ध हो सके और नकी कृषि उत्पादकता में सुधार हो।
2. सूखा प्रबंधन: किसानों को सूखा जैसी समस्याओं से बचाने के लिए जल संरक्षण और प्रबंधन तकनीकों को बढ़ावा देना।
3. कृषि उत्पादन में वृद्धि: बेहतर सिंचाई सुविधाओं के द्वारा कृषि उत्पादन को बढ़ाना और किसानों की आय में सुधार करना।
4. सिंचाई के लिए जल की बचत: जल के कुशल उपयोग के लिए योजनाओं को लागू करना, ताकि सीमित जल संसाधनों का अधिकतम उपयोग किया जा सके।
योजना की विशेषताएँ:
1. लघु सिंचाई परियोजनाएँ:
योजना के तहत, छोटे और सीमांत किसानों को सिंचाई के लिए आवश्यक संसाधन प्रदान किए जाते हैं, ताकि वे बारिश के पानी पर निर्भर न रहें।
जल संचयन और स्टोर करने के लिए तालाब, कुएं, नलकूप, और छोटे डेम बनाए जाते हैं।
2. ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई:
ड्रिप सिंचाई और स्प्रिंकलर सिंचाई जैसी आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा दिया जाता है। इससे जल की बचत होती है और सिंचाई की अधिकतम दक्षता सुनिश्चित होती है।
इन तकनीकों से भूमि में नमी बनी रहती है और अधिकतम फसल उत्पादन होता है।
3. नदियों और जलाशयों का उपयोग:
मध्य प्रदेश सरकार ने नदियों और जलाशयों का प्रभावी उपयोग करने के लिए परियोजनाओं की शुरुआत की है, ताकि उन क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके जहां जल की कमी रहती है।
4. पानी के संरक्षण के उपाय:
जल संचयन, वर्षा जल संचयन, और अन्य जल संरक्षण उपायों को लागू किया जा रहा है, ताकि पानी की अधिकतम उपयोगिता हो और बर्बादी कम हो।
5. सरकारी सहायता:
इस योजना के तहत, सरकार किसानों को सिंचाई परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता, सब्सिडी, और अन्य संसाधन प्रदान करती है।
सिंचाई उपकरणों जैसे ड्रिप, स्प्रिंकलर, नलकूप आदि के लिए अनुदान या सब्सिडी दी जाती है।