नई दिल्ली। Liquor Ban in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश में मोहन यादव की सरकार बनते ही प्रदेश के विकास के लिए नए नए कदम उठाए जा रहे है। जहां एक और सरकार बूढ़े बुजुर्गों के लिए धार्मिक स्थलों की सैर करने लिए फ्री सेवा मुहैया करा रही है तो दूसरी ओर धार्मिक स्थलों पर शराब बंदी को लेकर सरकार बड़ा काम करने करन जा रही है।
गुरुवार को मुख्यमंत्री ने बड़ा फैसला लेते हुए कहा है-कि उनकी सरकार राज्य के 17 धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाएगी। नरसिंहपुर में हुए एक समारोह में लोगों का अभिवादन करते हुए सीएम ने कहा, “शराब का सेवन करने से होने वाले नुकसान से हर कोई वाकिफ है। हम नहीं चाहते कि हमारे प्रदेश के युवा देश का भविष्य हैं। जिन्हे सही रास्ते में लागकर उन्हे सही दिशा दिखाना हमारा काम है। इसलिए मध्य प्रदेश सरकार 17 धार्मिक स्थलों पर शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगाएगी।”
सीएम ने कहा, ‘शराब देशी हो या विदेशी हो, धार्मिक शहरों में लगी शराब की दुकानों में अब ताले लगाए जायेंगे।’ बता दें कि शुक्रवार को सीएम मोहन यादव धार्मिक पर्यटन नगरी महेश्वर में कैबिनेट की बैठक ले रहे हैं। और इसी बैठक में वो धार्मिक शहरों में शराबबंदी का प्रस्ताव पारित किया जायेगा।
इन 17 शहरों में नहीं बिकेगी शराब
मध्य प्रदेश के जिन 17 धार्मिक शहरों में शराबबंदी लागू की जाएगी, वो शहर है, उज्जैन, अमरकंटक, महेश्वर, ओरछा, ओंकारेश्वर, मंडला, मुलताई, दतिया, जबलपुर, चित्रकूट, मैहर, सलकनपुर, मंडलेश्वर, मंदसौर, बरमान और पन्ना आदि के नाम हो सकते हैं।