देश में कोपरा उत्पादक किसानों के लिए राहत भरी खबर आई है। केंद्र सरकार ने वर्ष 2025 के लिए कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर दिया है। आज केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य को मंजूरी दे दी है। सरकार ने कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी करते हुए बताया कि उच्च एमएसपी नारियल उत्पादकों को न केवल बेहतर पारिश्रमिक सुनिश्चित करेगी, बल्कि घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर नारियल उत्पादों की बढती मांग को पूरा करने के लिए किसानों को कोपरा उत्पादन बढ़ाने के लिए भी प्रोत्साहित करेगी।
कोपरा का कितना मूल्य बढ़ाया गया ?
सरकार ने 2025 विपणन मौसम हेतु मिलिंग कोपरा और बॉल कोपरा के MSP को 2014 विपणन मौसम के 5250 रुपये प्रति क्विंटल और 5500 प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 11,582 रुपये प्रति क्विंटल और 12,100 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है जो कि क्रमश: 121 प्रतिशत और 120 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।
बता दें कि विपणन वर्ष 2024 में सरकार ने मिलिंग मिलिंग कोपरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 11,160 रुपये प्रति क्विंटल एवं बॉल कोपरा का MSP 12,000 रुपये प्रति क्विंटल तय किया था। इस तरह सरकार ने इस वर्ष केंद्र सरकार ने मिलिंग कोपरा के न्यूनतम समर्थन मूल्य 422 रुपये प्रति क्विंटल एवं बॉल कोपरा के MSP में 100 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है।
किसानों को लागत मूल्य का मिलेगा 1.5 गुना भाव
सरकार के मुताबिक बजट वर्ष 2018 से सभी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य लागत का 50 प्रतिशत मुनाफा के साथ जारी किया जा रहा है। तदनुसार मौसम के लिए उचित औसत गुणवत्ता के मिलिंग कोपरा की एमएसपी को 11582/- रुपये प्रति क्विंटल और बॉल कोपरा के लिए 12,100/- रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है।
मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत कोपरा और छिलका रहित नारियल की खरीद के लिए, भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ लिमिटेड (नेफेड) और राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) केंद्रीय नोडल एजेंसियों (सीएनए) के रूप में कार्य करना जारी रखेंगे।