Mustard Oil : खाने के तेल को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। सरसों के तेल पर बैन लगाने का फैसला किया गया है, जिससे उपभोक्ताओं में हलचल मच गई है। सरकार के इस कदम के पीछे क्या वजह है और इसका बाजार पर क्या असर पड़ेगा, इसे जानना बेहद जरूरी है। अगर आप भी सरसों के तेल का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए अहम है। नीचे जानें पूरी डिटेल
Haryana Update : देश के हर रसोईघर में धड़ल्ले से इस्तेमाल होने वाला Sarso का Oil अब Bann कर दिया गया है। अब तक अनेक लोग इसे Bhojan के अलावा और भी कई कार्यों में उपयोग करते रहे हैं। Bann किए जाने के बाद Sarso Oil से होने वाले नुकसान पर भी चर्चाएं होने लगी हैं।
अब Sarso के Oil को खाने के लायक सही नहीं समझा जाता और इसके अतिरिक्त और भी कई कारण हैं, जिनकी वजह से Sarso के Oil को Bann किया गया है। हर रोज Sarso के Oil को इस्तेमाल करने वालों के लिए इसके Bann होने के सभी कारणों को जान लेना बेहद जरूरी है।
कहां-कहां Bann है Sarso का Oil –
लंबे समय से Sarso का Oil घरेलू रसोई का हिस्सा रहा है, जो सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसमें कई औषधीय गुण होते हैं, जो शरीर के लिए लाभकारी होते हैं। भारतीय घरों में यह Oil आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है और न सिर्फ भारत बल्कि अन्य देशों में भी यह खूब यूज होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ विकसित देशों में यह Oil प्रतिबंधित है? खासकर अमेरिका और यूरोप में, जहां इसके उपयोग पर पाबंदी है, हालांकि अन्य देशों में यह आम है।
Bann के बाद भी बिकता है Sarso का Oil –
Bann होने के बावजूद अमेरिका और अन्य देशों में Sarso का Oil आसानी से मिल जाता है, लेकिन इसका उपयोग खाने के लिए नहीं किया जा सकता। इन देशों में Oil की बोतल या डिब्बे पर यह लिखा होता है कि ‘फॉर एक्सटर्नल यूज ओनली’ यानी की यह सिर्फ बाहरी उपयोग के लिए है।
इसका मतलब है कि इसे शरीर के कुछ हिस्सों, जैसे हाथ, पैर, या सिर पर लगाया जा सकता है, लेकिन इसे पकाने में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। इस प्रकार, Sarso के Oil का खाद्य Oil के रूप में उपयोग इन देशों में प्रतिबंधित है।
अधिक यूज से सेहत पर पड़ता है नकारात्मक असर-
यह सुनकर आप हैरान होंगे कि Sarso का Oil Bann है, लेकिन ऐसा केवल कुछ देशों में होता है। इन देशों में ऑस्ट्रेलिया और कनाडा भी शामिल हैं, जहां खाना पकाने के लिए इस Oil का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ऐसा क्यों होता है? आखिरकार, इन देशों में इसे खाने के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता। कई लोग इस Oil के स्वास्थ्य पर प्रभाव को लेकर चिंतित हैं,
जिससे इसके उपयोग पर पाबंदी लगाई गई है। इन देशों में दूसरे Oils का चयन किया जाता है, जो सेहत के लिहाज से बेहतर माने जाते हैं। Sarso के Oil में एक विशेष प्रकार का एरूसिक Acid होता है जो सेहत के लिए नुकसानदायी है। Sarso के अधिक इस्तेमाल करने से इस Acid का असर सेहत पर नकारात्मक पड़ता है और इससे कई प्रकार की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।
क्या कहते हैं हेल्थ रिपोर्ट के आंकड़े-
अमेरिका की नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने खाने के लिए Sarso के Oil पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसका कारण एक विशेष फैटी Acid है, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसमें एरूसिक Acid याददाश्त पर बुरा असर डाल सकता है और शरीर में वसा बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। इसलिए, अमेरिका में Sarso के Oil का खाद्य सामग्री के रूप में उपयोग करने से बचने की सलाह दी जाती है।
लोगों पर पड़ेगा Bann होने का यह असर –
अमेरिका और यूरोप के अधिकांश देशों में खाना पकाने के लिए एक अन्य Oil का उपयोग होता है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इस Oil में कुछ महत्वपूर्ण ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी Acid होते हैं, जो शरीर के कोलेजन स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं।
इसके अलावा, इसमें एक महत्वपूर्ण Vitamin भी पाया जाता है, जो त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होता है। इस Oil के नियमित उपयोग से स्वास्थ्य में सुधार और सौंदर्य लाभ मिल सकते हैं, खासकर त्वचा और बालों में। अब Sarso Oil के Bann होने के बाद लोगों पर असर पड़ेगा कि वे इसके अत्यधिक यूज से बचते हुए इसे सीमित रूप में उपयोग करें।