Gorakhpur Shamli Expressway: एक्सप्रेसवे भारत की आर्थिक विकास यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं ये विभिन्न राज्यों और शहरों को जोड़ने का कार्य करते हैं जिससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलता है. उत्तर प्रदेश में गोरखपुर से शामली तक बनने वाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे इसी प्रक्रिया का एक हिस्सा है जो पूर्वी से पश्चिमी उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा.
कनेक्टिविटी का असर
यह 700 किमी लंबा एक्सप्रेसवे न केवल उत्तर प्रदेश के 22 जिलों को जोड़ेगा बल्कि आसपास के राज्यों जैसे हरियाणा, पंजाब और बिहार तक के सफर को भी आसान बनाएगा. इससे क्षेत्रीय संपर्क में बढ़ोतरी होगी और लोगों का आना जाना आसान होगा.
एक्सप्रेसवे का आर्थिक महत्व
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे की अनुमानित लागत 35,000 करोड़ रुपये है जिससे यह स्पष्ट है कि इस परियोजना पर कितना बड़ा निवेश किया जा रहा है. इसके पूरा होने से क्षेत्रीय व्यापार और आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी जिससे स्थानीय समुदायों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.
परियोजना का सामाजिक असर
एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक लाभ भी होंगे. इससे दूरदराज के क्षेत्रों के लोगों को बेहतर चिकित्सा, शिक्षा और रोजगार की सुविधाएं मिलेगी जिससे उनकी जीवन में सुधार होगा.