New Expressway: भारत में सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए सरकार निरंतर काम कर रही है। इसी दिशा में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्यप्रदेश को जोड़ने के लिए एक हाईटेक एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य न केवल लोगों को तेज और सुगम यात्रा सुविधा प्रदान करना है, बल्कि व्यापार, पर्यटन और उद्योगों को भी बढ़ावा देना है। नया एक्सप्रेसवे बनने से तीनों राज्यों के बीच रोड कनेक्टिविटी पहले से अधिक स्मूद हो जाएगी, जिससे यातायात में तेजी आएगी और यात्रियों को आरामदायक सफर का अनुभव मिलेगा।
87 किमी लंबा हाईटेक एक्सप्रेसवे होगा सफर में क्रांतिकारी बदलाव
सरकार की इस मेगा परियोजना के तहत आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 87 किलोमीटर होगी और इसके निर्माण पर अनुमानित लागत 4613 करोड़ रुपये होगी। वर्तमान में आगरा से ग्वालियर की दूरी लगभग 121 किलोमीटर है, जिसे तय करने में करीब ढाई से तीन घंटे लगते हैं। लेकिन नए हाईटेक एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद यह दूरी महज एक घंटे में पूरी की जा सकेगी। इससे लोगों को न केवल समय की बचत होगी बल्कि परिवहन का अनुभव भी पहले से अधिक सुविधाजनक होगा।
डीपीआर तैयार करने की प्रक्रिया जारी
एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस प्रोजेक्ट के लिए चार जिलों की 505 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की जाएगी। इससे प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा देने के लिए सरकार विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है। जैसे ही डीपीआर को अंतिम रूप दिया जाएगा, इसके बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाएगा और निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
कौन-कौन से गांवों को होगा सीधा लाभ?
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से यूपी, राजस्थान और मध्यप्रदेश के कई गांवों को सीधा फायदा होगा। एक्सप्रेसवे बनने के बाद इन गांवों के लोगों को न केवल परिवहन की बेहतर सुविधा मिलेगी, बल्कि व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
उत्तर प्रदेश के 8 गांवों को होगा फायदा
- रोहता
- नागल मकरोला
- काकुआ
- खराब
- उसरा
- तेहरा
- सैयान
- जजाऊ
राजस्थान के 6 गांवों को होगा फायदा
- शिजरोली
- बारागांव
- लामदपुर
- उन्माद
- एदलपुर
- धौलपुर
मध्यप्रदेश के 7 गांवों को होगा फायदा
- मसूदपुर
- गोपालपुरा
- सिकरौदा
- मुरैना
- चोंडा
- नौराबाद
- बामोर
व्यापार और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इस एक्सप्रेसवे का निर्माण सिर्फ यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि व्यापार और पर्यटन के लिहाज से भी काफी फायदेमंद साबित होगा। ग्वालियर और आगरा दोनों ऐतिहासिक पर्यटन स्थल हैं, जहां हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। इस हाईटेक एक्सप्रेसवे के जरिए पर्यटकों को इन स्थलों तक पहुंचने में आसानी होगी, जिससे पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही, व्यापारिक गतिविधियाँ भी तेज होंगी क्योंकि ट्रांसपोर्टेशन तेज और किफायती हो जाएगा।
औद्योगिक क्षेत्र को भी होगा फायदा
एक्सप्रेसवे बनने के बाद क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। तीनों राज्यों में कई छोटे और मध्यम उद्योग हैं, जिनके लिए बेहतर कनेक्टिविटी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस नए हाईटेक एक्सप्रेसवे के जरिए व्यापारियों को तेजी से माल ढुलाई की सुविधा मिलेगी, जिससे उत्पादन और बिक्री में बढ़ोतरी होगी।
कृषि क्षेत्र को भी मिलेगा लाभ
कृषि प्रधान क्षेत्र होने के कारण इस एक्सप्रेसवे का सीधा फायदा किसानों को भी मिलेगा। सड़क कनेक्टिविटी में सुधार होने से किसानों को अपनी उपज को जल्दी और सुरक्षित रूप से बाजार तक पहुँचाने में मदद मिलेगी। इससे फसलों की कीमतें भी बेहतर मिल सकती हैं और किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।
यात्रा का अनुभव होगा पहले से बेहतर
इस हाईटेक एक्सप्रेसवे पर आधुनिक यातायात सुविधाएं दी जाएंगी। सड़क के दोनों ओर सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे, जिसमें कैमरा निगरानी, आपातकालीन हेल्पलाइन, और अत्याधुनिक सिग्नल सिस्टम शामिल होगा। यह एक्सप्रेसवे यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित सफर का अनुभव देगा।