New Expressway Updates : वैसे तो इस समय में देश के कई हिस्सों में नए-नए एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। अब जल्द ही एक नया एक्सप्रेसवे बनाया जाने वाला है, जिसकी शुरुआत हरियाणा से होगी। ये एक्सप्रेसवे 750 किलोमीटर लंबा होने वाला है और जल्द ही इस एक्सप्रेसवे (Expressway Updates ) के निर्माण का काम भी शुरू होने वाला है। आइए खबर में जानते हैं इस एक्सप्रेसवे के बारे में।
प्रशासन की ओर से अब जल्द ही हरियाणा वालों को और बड़ी सौगात देने की तैयारी चल रही है। अब एक ऐसा एक्सप्रेसवे बनने वाला है, ये नया एक्सप्रेसवे हरियाणा से शुरू होगा और इसकी लंबाई 750 किलोमीटर होगी। अब तक इस एकसप्रेसवे (New Expressway Updates) का एलाइनमेंट का काम पूरा हो चुका है। इस नए एक्सप्रेसवे से राज्य की अर्थव्यवस्था में भी उछाल आएगा।
इन 22 जिलों का होगा एलाइनमेंट सर्वेक्षण
गोरखपुर-शामली-पानीपत एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur-Shamli-Panipat Expressway) को बनाने के लिए तीसरा सर्वे भी पूरा हो चुका है। अब 22 जिलों का एलाइनमेंट सर्वेक्षण अपने अंतिम चरण में चल रहा है। इन सर्वे की अलग-अलग डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (detail project report) तैयार की जाने वाली है। इस रिपोर्ट से ये क्लियर हो गया है कि यहां पर कितने पुल, ओवरब्रिज और फ्लाईओवर होने की जरूरत है और फिर इनमें से एक को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि इस काम को पूरा होने में तीन महीने के आस-पास का वक्त लग सकता है।
इतने चरणों में पूरा होगा इस एक्सप्रेसवे का काम
यूपी के इस एक्सप्रेस-वे (expressway of UP) का निर्माण दो चरणों में पूरा किया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के पहले चरण में पानीपत-शामली से पुवायां तक तकरीबन 450 KM और दूसरे चरण में पुवायां से गोरखपुर के बीच करीब 300 KM दूरी में इस एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाने वाला है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से यूपी का पूर्वी और पश्चिमी हिस्सा आपस में कनेक्ट हो सकेगा। इसके निर्माण से सात से आठ घंटे में गोरखपुर से शामली (Gorakhpur to Shamli Expressway) तक पहुंच जा सकेगा।
नए सिरे से शुरू होगी निर्धारण की तैयारी
वैसे तो पहले हुए दो सर्वे में गोरखपुर (Expressway In UP)से बस्ती, गोंडा, सीतापुर रूट तक निर्धारित किया गया था हालांकि अब नए सिरे से निर्धारित करने की तैयारी हो रही है। अब यही संभावना जताई जा रही है कि इस एक्सप्रेस-वे के नेपाल की सीमा से सटे जिलों से होकर लखनऊ, सीतापुर, बरेली और मेरठ होते हुए शामली तक जाएगा। NHAI आई के अधिकारियों ने बताया है कि एलाइनमेंट सर्वेक्षण का काम (Alignment survey work) पूरा होने को है। इसके बाद DPR तैयार कर शासन को भेज दी जाएगी।
कौन कर रहा एक्सप्रेसवे का सर्वे
सबसे पहले तो गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस के सर्वे (Survey of Gorakhpur-Panipat Express) का जिम्मा एनएचएआई, रायबरेली को दिया गया था, लेकिन अब यह योजना अयोध्या को मिल गई है। गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस-वे पहले शामली तक निर्मित होने वाला था। हालांकि बाद में इसे पानीपत तक विस्तार किया जाने का प्लान किया गया है। नए सिरे से एलाइनमेंट सर्वेक्षण का काम पूरा होने के बाद रूट का तय किया जाना है।
शुरू हुआ एलाइनमेंट सर्वे का काम
दरअसल, आपको बता दें कि गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेस-वे (Gorakhpur-Panipat Expressway) को बनाने के लिए गोरखपुर में भी alignment survey किया जाएगा और इसके लिए कुल 50 गांवों से होकर सड़क गुजर सकेंगी। इसके लिए एनएचएआई ने जिला प्रशासन से भू-राजस्व अभिलेख की मांग भी कर ली है।
आपस में कनेक्ट होंगे ये जिलें
बता दें कि यूपी में बनने वाला ये नया एक्सप्रेसवे (up new expressway) सीधे तौर पर मुजफ्फरनगर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, पानीपत, शामली,लखीमपुर खीरी,शाहजहांपुर, बहराइच, श्रावस्ती, बस्ती, गोरखपुर से कनेक्ट होने वाला है।
इसका फायदा यह होगा कि इससे औद्योगिक शहरों और छोटे कस्बों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के मौके मिल सकेंगे और मालवाहन की लागत कम हो सकेगी, जिससे उद्योग प्रतिस्पर्धी बनेंगे। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्गों पर भीड़भाड़ कम होने के साथ्ज्ञ ही सड़क हादसों में भी कमी आएगी।
