New Railway line in UP – उत्तर प्रदेश में रेलवे नेटवर्क को बढ़ाने के लिए योगी सरकार कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। सरकार अब प्रदेश में नई रेलवे लाइन बिछाने जा रही है। इससे प्रदेश की कनेक्टिविटी मजबूत होगी और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। यूपी में 241 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। यह पांच जिलों को एक साथ जोड़ेगी। चलिए जानते हैं इस पर कब शुरू होगा काम –
उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए नए-नए एक्सप्रेसवे के बाद अब योगी सरकार रेलवे नेटवर्क को बढ़ाने पर फोकस कर रही है। यूपी में कई नई रेलवे लाइन बिछाई जा रही है। इससे प्रदेश की कनेक्टिविटी मजबूत होगी और व्यापारिक और आर्थिक गतिविधियों में भी सुधार होगा। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। यूपी वालों के लिए एक और बड़ी गुड न्यूज़ है। अब सरकार 241.6 किलोमीटर की लंबी रेलवे लाइन (new railway line) बिछाने जा रही है। यह रेलवे लाइन 5 जिलों को एक साथ जुड़ेगी।
इस रेलवे लाइन को बनाने के लिए 1148 हेक्टेयर भूमिका अधिग्रहण किया जाएगा। पूर्वोत्तर रेलवे की महत्वाकांक्षी खलीलाबाद -बहराइच नई रेलवे लाइन परियोजना संत कबीर नगर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और श्रावस्ती समेत पांच जिलों को एक साथ कनेक्ट करेगी। इस रेलवे लाइन के बनने से लोगों का सफर आसान होगा और यातायात की दृष्टि से पिछडे क्षेत्र के लोगों की यात्रा काफी आसान हो जाएगी।
2027 से पूरा हो जाएगा इस रेलवे लाइन का काम पूरा –
इस रेलवे लाइन का निर्माण अलग-अलग चरणों में पूरा किया जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार रेलवे लाइन (UP Railway Line) का कार्य तीन चरणों में पूरा होगा। पहले चरण खलीलाबाद से बांसी तक 54.40 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन का कार्य किया जाएगा। इसपर कार्य आरंभ हो चुका है। प्रथम चरण का कार्य वर्ष 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
रेलवे लाइन के लिए 237 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण –
पहले चरण में खलीलाबाद से बांसी तक रेलवे लाइन (Khalilabad to Bansi new railway line) निर्माण के लिए 237 हेक्टेयर भूमि सर्वे कर चिन्हित कर ली गई है। इसमें 203 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। कब्जे में ली गई भूमि पर रेलवे लाइन का काम शुरू कर दिया गया है। 34 हेक्टेयर भूमि का अधिकरण अंतिम चरण में किया जाएगा। इसके लिए 20 ए और आई का प्रकाशन हो चुका है। दूसरे चरण में बांसी से श्रावस्ती तक 115 किलोमीटर रेल लाइन बनाने के लिए 569 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। फिलहाल अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।
तीसरे चरण में श्रावस्ती से बहराइच (Shravasti to Bahraich new railway line) तक बेहतर 72. 20 किलोमीटर रेलवे लाइन का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 342 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाना है। बहराइच जिले के लगभग सभी गांव की भूमि के बी का प्रकाशन हो चुका है। श्रावस्ती जिले के इकौना और जमुनहा तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव के 20 एकड़ प्रकाशन होचुका है। दरअसल जानकारी के लिए बता दें कि इस प्रोजेक्ट को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए रेलवे ने रेलवे लाइन के निर्माण का कार्य तेज कर दिया है। अधिकारियों द्वारा भूमि अधिकरण का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
रेलवे लाइन पर बनाए जाएंगे 32 स्टेशन और 4 जंक्शन
खलीलाबाद- बहराइच नई रेल लाइन (Bahraich new rail line update) में कुल 32 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिसमें चार जंक्शन, 16 क्रासिंग और 12 हाल्ट स्टेशन होंगे। स्टेशनों में बहराइच, आजातपुर, धुंसवा बरडेहरा, हरिहरपुर, भिनगा, हसुवाडोल, धनखरपुर, डुमरियागंज, टिकरिया, झारखंडी, बलरामपुर, खगई जाेत, महेशबारी, बिशुनपुर रामनगर, कपऊशेरपुर, ऊतरौला, चिरकुटिहा परिमनिहा, बंजरहा, भागोभार, रमवापुर दूबे, बांसी, खेसरहा, पसाई, लक्ष्मनपुर, एकौना, श्रावस्ती, श्रीदत्त गंज, मेंहदावल, बखिरा, बघौली बाजार और खलीलाबाद शामिल हैं। इसके अलावा दो महत्वपूर्ण बड़े पुल, 32 बड़े और 86 छोटे पुल बनाए जाएंगे। साथ ही इस रेल लाइन (train line) पर 9 ओवर ब्रिज तथा 132 अंडरपास बनाए जाएंगे।
160 की स्पीड से दौड़ेगी ट्रेन –
आनंदनगर-महराजगंज-घुघली हो या सहजनवां-दोहरीघाट और खलीलाबाद-बहराइच नई रेल लाइन (UP new railway line) बनाने के साथ बिजली के कनेक्शन का कार्य भी होता रहेगा। नई रेलवे लाइन पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ट्रेन दौड़ सकेगी। अनुमान है कि भविष्य में इन रेलवे लाइन पर वंदे भारत समेत अन्य तेज गति से दौड़ने वाली ट्रेन चलाई जा सकती है। पूर्वोत्तर रेलवे (North Eastern Railway) के मुख्य लाइन बाराबंकी गोरखपुर छपरा 425 किलोमीटर रेलवे लाइन पर 160 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन दौड़ने के लिए तैयार किया जा रहा है। फिलहाल पूर्वोत्तर रेलवे में अधिकतम 110 किलोमीटर की रफ्तार से ट्रेन चल रही है।
80% पूरा हो गया जमीन अधिग्रहण का काम –
खलीलाबाद बांसी (Khalilabad Bansi new railway line)-बलरामपुर- बहराइच नई रेलवे लाइन परियोजना के अंतर्गत प्रथम चरण में खलीलाबाद से बांसी तक जल्द से जल्द कार्य पूर्ण करने की योजना है, जिसके लिए 80% से ज्यादा भूमि अधिग्रहण का कार्य हो चुका है। बाकी बचा कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। बाकी दो चरणों में शेष कार्य भी जल्दी पूरा कर लिया जाएगा। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया है। इस रेलवे लाइन के बनने से यूपी के कई जिलों और छोटे-बड़े गांव कोसी कनेक्टिविटी मिलेगी।
7 साल पहले केंद्र सरकार से मिली थी मंजूरी –
बता दें कि खलीलाबाद बहराइच नई रेलवे लाइन (Khalilabad Bansi new railway line) बनने के लिए केंद्र सरकार की कैबिनेट ने आज से सात साल पहले यानी अक्टूबर 2018 में नई रेलवे लाइन बिछाने की मंजूरी दी थी। इस रेलवे लाइन को बनाने के लिए 4940 करोड रुपए का बजट तैयार किया गया है। तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल ने 2 मार्च 2019 को खलीलाबाद में नई रेलवे लाइन का शिलान्यास किया था