सरकार ने दूरसंचार विभाग के माध्यम से एक बड़े परिवर्तन की घोषणा की है जिसके तहत अब Airtel, Jio, BSNL, और Vi जैसे प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों से सिम कार्ड खरीदने की प्रक्रिया को बहुत आसान और सुरक्षित बना दिया गया है. इस नई व्यवस्था के अंतर्गत पूरी प्रक्रिया पेपरलेस हो गई है जिससे भारतीय उपभोक्ताओं के लिए यह अधिक सुविधाजनक और धोखाधड़ी से छुटकारा मिल गया है.
ऑफिस जाने की जरूरत नहीं सब कुछ ऑनलाइन
नए नियमों के साथ, अब आपको सिम कार्ड खरीदने या अपना टेलीकॉम ऑपरेटर बदलने के लिए टेलीकॉम कंपनी के ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है. यह पूरी प्रक्रिया अब ऑनलाइन (Online SIM registration) हो गई है जिससे उपभोक्ता अपने घर बैठे ही आवश्यक दस्तावेजों की जांच और सत्यापन कर सकते हैं, इस प्रक्रिया से समय की बचत होती है और यह अधिक कुशल बनता है.
DoT की घोषणा और इसके असर
दूरसंचार विभाग ने इन नए नियमों को लागू करते हुए एक ऐसी व्यवस्था प्रदान की है जो धोखाधड़ी को रोकने में मदद करेगी. इस नए सिस्टम से न केवल सिम कार्ड खरीदना आसान हो जाएगा, बल्कि यह उपभोक्ताओं को धोखाधड़ी से बचाने के साथ-साथ भारत को एक डिजिटल देश (Digital India initiatives) बनाने में भी सहायक होगा. सरकार ने e-KYC और सेल्फ KYC जैसी पहलों को शुरू किया है, जिससे अब आपको सिम कार्ड खरीदने या प्रीपेड से पोस्टपेड में बदलने के लिए किसी भी कार्यालय में जाने की आवश्यकता नहीं है.
धोखाधड़ी की संभावना में कमी
नई व्यवस्था के तहत उपभोक्ताओं के दस्तावेज़ों का गलत इस्तेमाल रोकने के उपाय किए गए हैं. इस प्रकार, फर्जी सिम कार्ड का निर्माण नहीं हो पाएगा, जिससे धोखाधड़ी की संभावनाएं कम होंगी (Minimized risk of SIM card fraud). इस बदलाव से टेलीकॉम उद्योग में विश्वास और सुरक्षा दोनों में वृद्धि होगी.