15 सितंबर को भागलपुर स्टेशन से वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन किया जाएगा, जिससे भागलपुर से हावड़ा तक का सफर और भी तेज और आरामदायक हो जाएगा। इस सेमी-हाईस्पीड ट्रेन के शुरू होने से भागलपुर भी अब आधुनिक रेल नेटवर्क में शामिल हो जाएगा।
यात्रा का समय और किराया:
वंदे भारत एक्सप्रेस से भागलपुर से हावड़ा तक का सफर 6.20 घंटे में तय होगा, और वापसी में ट्रेन 6 घंटे में भागलपुर पहुंचेगी। अन्य ट्रेनों के मुकाबले यह ट्रेन औसतन ढाई घंटे का समय बचाएगी, जिससे यात्रियों के लिए यह अधिक सुविधाजनक साबित होगी।
न का किराया अभी तय नहीं हुआ है, लेकिन रेलवे अधिकारियों के अनुसार चेयर कार का किराया 900 से 1050 रुपये और एग्जीक्यूटिव क्लास का किराया 1800 रुपये तक हो सकता है।
यात्रियों को मिलने वाली सुविधाएं:
- यात्रियों को ट्रेन में हाइजेनिक नाश्ता, खाना और रेल नीर की बोतल दी जाएगी।
- पढ़ने के लिए अखबार भी मिलेगा।
- ट्रेन में आईआरसीटीसी के क्रू मेंबर यात्रियों की सेवा के लिए मौजूद रहेंगे।
कार्यक्रम की तैयारी:
वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं। मंच, बैठने की व्यवस्था, बच्चों का कार्यक्रम और मीडिया कवरेज जैसी सभी जिम्मेदारियों को वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बांटा गया है।
भागलपुर स्टेशन पर उद्घाटन का कार्यक्रम सुबह 10 बजे से 11:20 बजे तक चलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल तरीके से ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके साथ ही अन्य स्टेशनों पर भी 30 मिनट के कार्यक्रम होंगे।
हावड़ा की तरफ से प्रस्थान:
- हावड़ा से ट्रेन सुबह 7:45 पर चलेगी।
- बोलपुर शांति निकेतन 9:29 पर पहुंचेगी।
- रामपुरहाट 10:25 पर।
- दुमका 11:25 पर।
- नोनीहाट 11:49 पर।
- हंसडीहा 12:07 पर।
- भागलपुर 2:05 पर पहुंचेगी।
भागलपुर की तरफ से प्रस्थान:
- भागलपुर से ट्रेन दोपहर 3:20 पर चलेगी।
- हंसडीहा 4:40 पर।
- नोनीहाट 4:57 पर।
- दुमका 5:18 पर।
- रामपुरहाट 6:13 पर।
- बोलपुर शांति निकेतन 6:51 पर।
- और हावड़ा रात 9:20 पर पहुंचेगी।
ये ट्रेन न सिर्फ समय की बचत करेगी बल्कि अन्य ट्रेनों के मुकाबले प्रीमियम सुविधाएं भी देगी। किराया चेयरकार के लिए 900 से 1050 रुपये और एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 1800 रुपये तक हो सकता है। इस ट्रेन में यात्रियों को नाश्ता, रेल नीर की बोतल और पढ़ने के लिए अखबार भी मिलेगा।
ये ट्रेन भागलपुर-हावड़ा के बीच यात्रा करने वाले लोगों के लिए एक शानदार विकल्प साबित होगी, क्योंकि यह अन्य ट्रेनों की तुलना में करीब ढाई घंटे का समय बचाएगी और सफर को ज्यादा सुगम बनाएगी।