Nita Ambani Fitness Trainer: नीता अंबानी, जो देश के सबसे बड़े बिजनेस परिवार की सदस्य हैं. अपनी फिटनेस और एक्टिव लाइफस्टाइल के लिए भी चर्चा में रहती हैं. 60 साल की उम्र में भी उनकी चुस्ती देखकर हर कोई जानना चाहता है कि आखिर उनका फिटनेस सीक्रेट क्या है?
कौन हैं नीता अंबानी के पर्सनल ट्रेनर?
विनोद चन्ना एक प्रसिद्ध सेलिब्रिटी ट्रेनर हैं. जिन्होंने नीता अंबानी के लिए खास पावर-पैक वर्कआउट रूटीन तैयार किया है. वे सिर्फ नीता ही नहीं बल्कि कई बॉलीवुड सितारों और बिजनेस टायकून के फिटनेस कोच भी रह चुके हैं.
शुरुआत में कम फीस, अब लेते हैं लाखों
विनोद चन्ना ने बताया कि शुरुआती दौर में उनकी फीस बहुत कम थी. लेकिन जब उन्होंने सेलिब्रिटी क्लाइंट्स को ट्रेन करना शुरू किया, तो उनकी डिमांड और फीस दोनों बढ़ गईं.
ट्रेनिंग सेशन के लिए लेते हैं भारी फीस
आज की तारीख में अगर कोई व्यक्ति विनोद से 12 सेशन की ट्रेनिंग लेना चाहता है, तो उसे करीब 1.5 लाख रुपये तक चुकाने पड़ते हैं. वहीं यदि विनोद खुद क्लाइंट के घर जाकर ट्रेनिंग दें, तो 2 से 2.5 लाख रुपये तक चार्ज करते हैं.
डेली पैकेज की कीमत लाखों में
विनोद बताते हैं कि कुछ क्लाइंट उन्हें पूरा दिन अपनी निगरानी में रखने के लिए बुलाते हैं. ऐसे मामलों में वे प्रति दिन लाखों रुपये फीस लेते हैं. उन्होंने बताया कि लोग सिर्फ वजन घटाने के मकसद से उनके जिम के पास रहने भी आते हैं.
शिल्पा शेट्टी और जॉन अब्राहम के ट्रेनर
विनोद ने शिल्पा शेट्टी, जॉन अब्राहम जैसे बड़े नामों के साथ काम किया है. वे कहते हैं कि सेलिब्रिटी क्लाइंट्स को बहुत कम समय में बेहतर परिणाम चाहिए होते हैं. इसलिए उनकी ट्रेनिंग ज्यादा कठिन और लक्ष्य आधारित होती है.
अनंत अंबानी के वजन घटाने के पीछे विनोद
अनंत अंबानी के जबरदस्त वजन घटाने का श्रेय भी विनोद को जाता है. उन्होंने बताया कि 2016 में उन्होंने 18 महीने में अनंत का 108 किलो वजन कम करवाया, जो कि एक बड़ी फिटनेस उपलब्धि थी.
नीता अंबानी की मेहनत ने किया प्रभावित
नीता अंबानी को लेकर विनोद ने कहा कि वह वर्कआउट को बहुत गंभीरता से लेती हैं और जो रूटीन उन्हें बताया जाता है, वह पूरी ईमानदारी से फॉलो करती हैं. उनका अनुशासन ही उनकी फिटनेस का असली राज है.
फिटनेस रूटीन में क्या होता है खास?
नीता के फिटनेस प्लान में वेट ट्रेनिंग, योगा और मोबिलिटी स्ट्रेचिंग शामिल हैं. यह रूटीन शरीर के विभिन्न हिस्सों जैसे हाथ, कंधे, पीठ, पेट और पैरों को ध्यान में रखकर बनाया जाता है. उन्होंने बताया कि 40-50 की उम्र के बाद वर्कआउट में मिक्स एंड मैच जरूरी हो जाता है.
