Noida – नोएडा और गुरुग्राम में प्रोपर्टी खरीदने वालों के लिए जरूरी खबर. कई लोगों का नोएडा में फ्लैट खरीदने का सपना होता है, जिसके लिए वे अपनी जमा-पूंजी लगाते हैं. हालांकि, अब फाइनेंस एक्सपर्ट ने इस संबंध में एक सावधानी वाली सलाह दी है…. बता दें कि दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार प्रॉपर्टी नियमों में बड़ा बदलाव करने जा रही है-
कई लोगों का नोएडा में फ्लैट खरीदने का सपना होता है, जिसके लिए वे अपनी जमा-पूंजी लगाते हैं. हालांकि, अब फाइनेंस एक्सपर्ट ने इस संबंध में एक सावधानी वाली सलाह दी है. उनकी सलाह जानने के बाद, आपको अपने सपनों का घर नोएडा या गुरुग्राम (gurugram) में खरीदने के फैसले पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है और आपको सावधान रहना होगा. (property financial expert)
फाइनेंस एक्सपर्ट अक्षत श्रीवास्तव ने सोशल मीडिया (social media) पर एक वायरल पोस्ट में नोएडा या गुरुग्राम में निवेश के लिए रखे गए फ्लैट्स को तुरंत बेचकर भाग जाने की सलाह दी है. उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी है कि प्रॉपर्टी बाजार (property market) के लिए मुश्किल समय आने वाला है, इसलिए निवेशकों को पीछे मुड़कर नहीं देखना चाहिए. श्रीवास्तव के अनुसार, यह संपत्ति को बेचने और निकलने का सही समय है.
प्रॉपर्टी नियमों में बड़ा बदलाव-
दरअसल, उत्तर प्रदेश सरकार प्रॉपर्टी नियमों में बड़ा बदलाव करने जा रही है. नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) के लिए नए बिल्डिंग नियम बनाए जा रहे हैं. इनमें ग्राउंड कवरेज लिमिट को हटा दिया जाएगा और फ्लोर एरिया रेशियो (FAR) को बढ़ाया जाएगा. मतलब, अब इमारतें और ऊंची बन सकेंगी. इंडस्ट्रियल, रेजिडेंशियल (residential) और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स (commercial projects) में ज्यादा निर्माण होगा. इससे नई प्रॉपर्टी की सप्लाई बढ़ जाएगी. अक्षत का कहना है कि ऊंची इमारतें मतलब ज्यादा सप्लाई. ज्यादा सप्लाई से पुराने फ्लैट बेचना मुश्किल हो जाएगा. मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर (infrastrucuture) पर भी दबाव पड़ेगा.
पुरानी प्रॉपर्टी की डिमांड घटी-
रियल एस्टेट निवेशक अक्षत ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में नोएडा और गुरुग्राम में फ्लैट (gurugram flats) निवेशकों को आगाह किया है. उनके अनुसार, बाजार में नए विकल्पों की भरमार के कारण पुरानी संपत्तियों की मांग घटेगी, क्योंकि खरीदार नई, ऊंची इमारतों को वरीयता देंगे. अक्षत ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे अपनी संपत्ति ‘अभी बेच दें’, अन्यथा उन्हें बाद में पछताना पड़ सकता है. यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और चर्चा का विषय बनी हुई है.
कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री को फायदा-
सरकार का मकसद नियमों को आसान बनाना है, ताकि निवेश बढ़े और कंफ्यूजन दूर हो. नए नियम गुजरात और सिंगापुर के मॉडल पर आधारित हैं. इसमें कवरेज कैप हटाना, सेटबैक को 3 से 9 मीटर तक एकसमान करना, पार्किंग नियम सरल बनाना, लैंडस्केपिंग की जरूरत को 5-10% तक कम करना और बिल्डिंग हाइट (Building height) पर लगी रोक हटाना शामिल है. हालांकि, एयरपोर्ट या हेरिटेज साइट्स के पास ऊंचाई पर अभी भी पाबंदी रहेगी. इससे कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री (construction industry) को फायदा होगा और शहर तेजी से विकसित होंगे.
लेकिन निवेशकों के लिए ये चुनौती है. नोएडा जैसे शहरों में अटके प्रोजेक्ट और नई सप्लाई के कारण फ्लैट की कीमतें नीचे आ सकती हैं. पुराने फ्लैटों की वैल्यू प्रभावित होने की आशंका है, खासकर ऊंची इमारतों के बढ़ते चलन को देखते हुए.
निवेशक, जिनके पास फ्लैट हैं, उन्हें बेचने पर विचार करना चाहिए, लेकिन जल्दबाजी में फैसला न लें. यह बदलाव शहर को नया रूप देगा, पर पुराने निवेशकों को सतर्क रहने और अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेने की आवश्यकता है.