NPS+EPF से आप ले सकते हैं UPS जैसी पेंशन, जानिए कैलकुलेशन : जैसा कि आप सभी जानते हैं 24 अगस्त 2024 को केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम को मंजूरी दे दी है ! इस नई पेंशन स्कीम से कर्मचारियों को फिक्स पेंशन देने का प्रावधान किया गया है ! इसके साथ ही महंगाई बढ़ने पर भी पेंशन की रकम में बढ़ोतरी की जाएगी ! इससे सरकारी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारी को समय के साथ पेंशन बढ़ाई जाएगी !
NPS+EPF से आप ले सकते हैं UPS जैसी पेंशन, जानिए कैलकुलेशन
लेकिन प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए कोई बदलाव नहीं किया गया है ! ऐसी स्थिति में प्राइवेट सेक्टर में नेशनल पेंशन सिस्टम और कर्मचारी भविष्य निधि का इस्तेमाल करके यूपीएस जितना पेंशन प्राप्त कर सकते हैं ! तो चलिए आप सभी को बताते हैं कि कैसे एनपीएस और EPF में कैसे यूपीएस जैसा पेंशन प्राप्त किया जा सकता है ! जानते हैं कैलकुलेशन…
Pension Fund – यूपीएस से अधिक पेंशन एनपीएस में
अगर आप एक प्राइवेट सेक्टर में नौकरी कर रहे हैं और जिसमें आपको ₹14000 की बेसिक वेतन और 10% की वार्षिक वेतन वृद्धि मिलती है ! तो आप कर्मचारी भविष्य निधि और नेशनल पेंशन सिस्टम में लगातार योगदान करके हर महीने पेंशन के रूप में 2.9 लाख रुपए प्राप्त कर सकते हैं ! यह राशि आपको 30 साल की सेवा के बाद आपका अंतिम मूल वेतन 2.44 लाख रुपए से कहीं ज्यादा होगी !
National Pension System – प्राइवेट कर्मचारियों के लिए बेस्ट है एनपीएस
सरकारी कर्मचारी नेशनल पेंशन सिस्टम में अपने वेतन का 10% निवेश करते हैं ! और केंद्र सरकार और राज्य सरकार अपनी ओर से 14 प्रतिशत का योगदान देती है ! लेकिन सरकार द्वारा लगाए गए विभिन्न प्रतिबंधों के कारण उन्हें निवेश पर उचित रिटर्न नहीं मिल पाता है !
मान लीजिए कि सरकारी कर्मचारियों के एनपीएस में इक्विटी में अधिकतम निवेश 15% तक सीमित है ! सरकारी कर्मचारियों के लिए एनपीएस की 95% तक संपत्ति इंफ्रास्ट्रक्चर/डेट फंड निधि में और 5 से 15% तक इक्विटी में निवेश की जा सकती है ! इसलिए इस स्कीम में प्राप्त कुल रिटर्न बहुत कम लगभग 10% तक होता है !
NPS+EPF से आप ले सकते हैं UPS जैसी पेंशन
प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी जिन्होंने वेतन के हिस्से के रूप में अपने नियोक्ता द्वारा एनपीएस में 10% योगदान का विकल्प चुना है ! वह सभी अधिक लचीलेपन का आनंद लेते हैं वह इक्विटी में 75% तक निवेश कर सकते हैं ! क्योंकि इक्विटी को लंबे समय में उच्च रिटर्न देने के लिए जाना जाता है !
इसलिए प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी बहुत बड़ा फंड बना सकते हैं ! प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारी आप अपने मूल वेतन का 14% नेशनल पेंशन सिस्टम में लगाने का विकल्प चुन सकते हैं ! और इसके लिए वह आयकर कटौती को प्राप्त कर सकते हैं ! क्योंकि अधिक योगदान से उन्हें बड़ा रिटायरमेंट फंड बनाने में मदद करता है !
Pension Fund – एश्योर्ड पेंशन भी पा सकते हैं
सरकारी पेंशन योजना का सबसे बड़ा आकर्षण आखरी बार प्राप्त मूल वेतन का 50% एश्योर्ड पेंशन के रूप में मिलने का आश्वासन है ! यह एक बड़ा मनोवैज्ञानिक बढ़ावा है की सरकारी सेवा में लंबे समय तक रहने के बाद भी सेवानिवृत्ति के दौरान नियमित आय के रूप में अपने वेतन का काम से कम आधा हिस्सा प्राप्त किया जा सकता है !
प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए नियमित रूप से एक अच्छी खासी रकम पाना कोई बड़ा लक्ष्य नहीं है ! मान लीजिए की मूल वेतन का 24% ईपीएस, नियोक्ता के EPF योगदान और कर्मचारियों के EPF योगदान में जाता है !
National Pension System
पुरानी कर व्यवस्था के तहत, नियोक्ता मूल वेतन का 10% नेशनल पेंशन सिस्टम में योगदान कर सकते हैं ! इस पर धारा 80ccd 2 के तहत कटौती मिलती है ! इसके अलावा नहीं कर व्यवस्था के तहत कटौती की सीमा मूल वेतन के 14% तक बढ़ा दी गई है !
जिससे कि कर्मचारियों को बड़ा नेशनल पेंशन सिस्टम फंड बनाने में मदद मिलती है ! अगर आप भी अपनी सेवा अवधि के दौरान बिना रुके हुए निवेश करते हैं ! तो आखरी सैलरी का 50% से अधिक पेंशन के रूप में प्राप्त कर सकते हैं !